घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे बाबूओ कि साजिश बता रहा है। जबकि ऑफिस के कर्मचारी विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगने की बात कह रहे हैं।
मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे का वक्त रहा होगा जिला अस्पताल स्थित सीएमओ कार्यालय की तीसरी मंजिल पर लगी भीषण आग से रिकॉर्ड रूम में रखी तमाम फाइलें जलकर राख हो गई हैं।
आनन-फानन में विभाग के कर्मचारियों द्वारा दमकल को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे दमकल के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के घंटों बाद आग पर काबू पाया गया।
हालांकि जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक रिकॉर्ड रूम में रखी फाइलें जलकर राख हो गई।
घटना को लेकर जो चर्चाएं हो रही हैं। लोग इसे बाबू की बड़ी साजिश मान रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस रिकॉर्ड रूम में बाबुओं के गड़बड़ झाले की तमाम फाइलें रखी थी। जो सब जलकर पूरी तरह से नष्ट हो गई।
वहीं विभाग के कर्मचारी इससे विद्युत शार्ट सर्किट बता रहे हैं। इस संबंध में सीएमओ राधेश्याम केसरी ने बताया कि विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगी है।
जिससे रिकॉर्ड रूम की फाइलें कुछ पूरी तरह से जल गए हैं। कुछ फाइलें थोड़ा बहुत जली है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड रूम में एन आर एच एम से संबंधित फाइलें थी या नहीं इसकी मुझे अभी कोई जानकारी नहीं है। हां यह जरूर है। कि उसमें पोलियो से संबंधित फाइलें थी। अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है। फिलहाल इसकी जांच के लिए 4 सदस्य कमेटी बनाई जा रही है। जिसमें अतिरिक्त सीएमओ डॉ एस पी सिंह इसके अध्यक्ष हैं।
विभाग के अवर अभियंता सतीश मिश्रा तथा प्रदीप सिंह प्रशासनिक अधिकारी व कमलेश पाल सिंह बिजली विभाग के कर्मचारी हैं। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
तो एन आर एच एम घोटाले से संबंधित फाइलें भी जलकर हो गई राख
सीएमओ ऑफिस के रिकॉर्ड रूम में आग लगने से अधिकांश फाइलें जलकर राख हो गई हैं। जानकार बताते हैं कि इस रिकॉर्ड रूम में एनआरएचएम घोटाले से संबंधित फाइलें थी।
हालांकि सीएमओ राधेश्याम केसरी ने कहा कि एनआरएचएम की फाइलें थी। इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। जांच के बाद पता चलेगा कि कौन कौन सी फाइल है जल गई हैं।
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