वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ :फेसबुक पर हुई दोस्ती और 3 वर्षों का रिश्ता फिर धोखा मिला।
प्रतापगढ़ में अपने प्रेमी को ढूंढते हुए रूस की महिला वोल्गा के दर्द को कोई समझ नहीं पा रहा था क्योंकि उसकी रशियन भाषा किसी की समझ में नहीं आ रही थी ।
लेकिन पट्टी के रहने वाले डॉक्टर आनंद त्रिपाठी की पत्नी रूसीने मकरचियाम से पुलिस अधीक्षक ने फोन से संपर्क किया और फोन के जरिये वोल्गा की बात कराई तो वोल्गा के प्रेम की सारी दास्तान पट्टी की बहू ने बताई ।
रूस के लुईस शहर की रहने वाली वोल्गा ( 45 )बुधवार को भटक कर प्रतापगढ़ पहुंच गई । वह रात में कुछ देर तक प्लेटफार्म पर टहलती रही।
परेशान और बेचैन देखकर लोगों ने बातचीत करने का प्रयास किया लेकिन किसी को उसकी भाषा समझ में नहीं आ रही थी ।
रूसी भाषा बोलने की वजह से उसे कोई समझ नहीं पा रहा था।फेसबुक के जरिए दिल्ली के रहने वाले एक युवक से संपर्क में आने के बाद वोल्गा पर्यटक वीजा लेकर मार्च 2019 में दिल्ली आई थी । कुछ दिनों तक वह युवक के साथ रही।
इसके बाद एक दिन वोल्गा का पासपोर्ट और वीजा लेकर प्रेमी वहां से भाग निकला तब से वह उसकी तलाश में भटक रही है । पुलिसकर्मी उसे दिल्ली स्थित रशियन दूतावास पहुंचे लेकिन वहां से उन्हें लौटा दिया गया।
इसके बाद पुलिसकर्मी उसे लेकर विदेशी पंजीकरण कार्यालय पहुंचे जहां पर कई घंटे तक माथापच्ची के बाद शनिवार को बुलाया गया ।
रात में किसी होटल में रुकने के बाद पुलिसकर्मी महिला को लेकर फिर विदेशी पंजीकरण कार्यालय पहुंचे शनिवार की शाम को रूसी महिला ने फिर हंगामा खड़ा कर दिया।
पुलिसकर्मियों ने किसी तरह शांत कराया तो उसके बाद नारी निकेतन में छोड़ दिया गया जहां कुछ विदेशी महिलाएं पहले से ही रुकी हुई थी पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने जिले के रहने वाले रूस के नागरिकों के बारे में जानकारी जुटाई इस दौरान पट्टी के रहने वाले डॉक्टर आनंद त्रिपाठी के बारे में पता चला डॉक्टर आनंद त्रिपाठी की पत्नी रूसीने मकरचियाम मूल रूप से अर्मोनिया की रहने वाली हैं ।
वोल्गा से फोन पर बात कराई गई तब जाकर लोगों को वोल्गा के धोखे की कहानी पुलिस को पता चल सकी।
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