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नवाबगंज क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों मे घुसा बाढ़ का पानी, ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें



पं श्याम त्रिपाठी

गोण्डा:नवाबगंज क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों मे घुसा बाढ़ का पानी संपर्क मार्ग विद्यालय व रोजमर्रा के लिए लोगों की मुश्किलें अचानक बढ़ी, संपर्क मार्ग से बाइक गाड़ी से आवागमन मुश्किल करीब 150 एकड़ फसल डूबा ।


माझाराठ गांव प्रधान प्रतिनिधि गंगाराम ने बताया बाढ़ग्रस्त गांव है पानी आने से पुरा गांव का संपर्क मार्ग बदहाल व पानी से भरा आवागमन हो रहा है वही आसपास गांवों के लोगों की मुश्किल बढ़ती जा रही है सुबह से फिलहाल बाढ के पानी मे ठहराव बना हुआ है।


नवाबगंज क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त करीब दो दर्जन गांवो की मुश्किलें अचानक बढ़ सी गयी है इन गांवों मे ढेमवाघाट बहादुरा ब्यौदामाझा, गोकुला दत्त नगर साकीपुर, तुलसीपुर माझा इंदरपुर सेमरासेखपुर चौखड़िया जैतपुर माझा दुल्लापुर, तुरकौली महेशपुर कटराभोगचंद माझाराठ दुर्गा गंज महेशपुर वह गांव है । 


जिनके करीब 150 मजरो मे बाढ़ का पानी घुस गया है तथा मैदानों मे फसल डूब गये है तथा पालतू पशुओं के लिए हरे चारे व लोगों को रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कशमश शुरु कर दिया है । इस बाढ़ से कम प्रभावित गांव जफरापुर लोलपुर इस्माइल पुर बालापुर इब्राहिम पुर महंगूपुर विश्वनोहरपुर रघुनाथपुर सहित दो दर्जन गांवों के लोगों ने बाढ़ की आमद को महसूस कर रहे है तथा अपने आवागमन तथा रोजमर्रा की जरुरतों को लेकर सजग दिख रहे है ।


दत्त नगर गांव प्रधान प्रतिनिधि राजाराम यादव ने बताया कि उनका गांव तरबगंज व नवाबगंज क्षेत्र की सीमा पर बसा गांव है उनके बगल के गांव बहादुरा ब्यौदा उपरहर सहित अन्य गांवों की तरफ बाढ़ के पानी ने घेर लिया है लोगों को आवागमन के लिए लोग सतर्क हो रहे है संपर्क मार्ग पर घुटने तक पानी आ चुका है।


 इस बार बाढ के आने जाने से पहले ही काफी फसल डूब व खेत कटान मे जा चुके है इस बार बाढ़ से नुकसान कम हो सब प्रयास लगातार करने मे लगे है जैतपुर गांव के महेश निषाद ने बताया कि रोजमर्रा जरुरतों के लिए खुद की नाव से आना जाना हो रहा है ।

अभी कोई सहायता नही मिल रही है प्रधान व उनके लोग कुछ आवश्यकता पुरी करते दिख रहै है, तुलसीपुर माझा, गांव के सेमरू ने बताया कि अचानक बाढ़ पानी आने से पालतू जानवरों के चारे की समस्या उत्पन्न हो गया है, इस गांव के लोग अपनी जरुरतों के लिए नावो से आवागमन कर अपनी जिविकोपार्जन मे लगे है ।


 गांव के जूनियर व प्राथमिक विद्यालय के आसपास पानी भरे होने के चलते बच्चों के पठन पाठन व बिजली की समस्या भी हो रही है जिससे पढ़ाई व लोगों की रोजमर्रा कई जरुरतों की भी समस्या बढ़ती जा रही है

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