रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज के महर्षि पतंजलि सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान पॉलिटेक्निक केंद्र का संचालन शुरू नही हुआ मगर अवैध कमाई का जरिया जरूर बन गया है। यहां भवन का निर्माण अब तक आधा अधूरा पड़ा है।
जो भवन बन गए हैं वे संचालन व देखरेख के अभाव में खिड़की दरवाजे टूट रहे हैं। चारो तरफ जंगल नुमा बड़ी बड़ी घासें उग आई हैं। जो निर्मित भवन को खंडहर में दर्शाती हैं।
वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी सरकार के समय प्राविधिक शिक्षा मंत्री शिवाकांत ओझा एवं शासन में राज्यमंत्री व करनैलगंज के विधायक योगेश प्रताप सिंह ने इस पॉलिटेक्निक केंद्र की आधारशिला रखी थी।
योगेश प्रताप सिंह के प्रस्ताव पर ही शासन ने स्वीकृति प्रदान की थी और उसी समय इस केंद्र का नाम भी महर्षि पतंजलि पॉलिटेक्निक सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान रखा गया था।
महर्षि पतंजलि के नाम से इस संस्थान को रखने के बाद तमाम सामाजिक संगठनों ने इसका स्वागत किया था। यह संस्थान करनैलगंज नगर से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम सकरौरा ग्रामीण में स्थापित किया गया।
इस संस्थान की स्थापना से सकरौरा ग्रामीण को एजुकेशन हब के रूप में विकसित किया जाने लगा था। चूंकि इसी पॉलिटेक्निक संस्थान के बगल मत्स्य शोध संस्थान व कृषि महाविद्यालय के साथ-साथ चंद कदम की दूरी पर सरयू डिग्री कॉलेज एवं आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज के साथ-साथ दो अन्य निजी संस्थान संचालित है।
उस समय सरकार द्वारा करीब 14 करोड़ 12 लाख 89 हजार रुपए से इस संस्थान का निर्माण कराने के लिए स्वीकृति प्रदान की थी। मगर जैसे-जैसे समय बीतता गया महंगाई बढ़ती गई उसके हिसाब से तीन बार कीमतों को रिवाइज कराया गया और यह कीमत बढ़ कर 18 करोड़ 25 लाख 67 हजार के ऊपर पहुंच गई।
मगर अब तक इस संस्थान का निर्माण नहीं हो सका है। इसमें बालक और बालिकाओं का छात्रावास अलग-अलग, वर्कशॉप, बिल्डिंग टाइप वन एवं टाइप टू के साथ-साथ कार्यालय एवं प्रयोगात्मक भवन, बाउंड्री का निर्माण होना था। मगर अभी तक निर्माण आधा अधूरा पड़ा है।
मौजूदा समय में कार्यदाई संस्था द्वारा निर्माण न करा कर गर्ल हॉस्टल में विभाग खुद निर्माण करवा रहा है। आधे अधूरे कार्य के बीच संस्थान के मुख्य भवन को हैंड ओवर कर दिया गया।
मगर अब तक यहां पॉलिटेक्निक का संचालन नहीं शुरू नहीं हो सका है। इस पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल प्रमथेश सहाय का कहना है कि मेन बिल्डिंग उन्हें हैंड ओवर की गई है। अभी तक पढ़ाई चालू नहीं हुई है।
सरकार इस पॉलिटेक्निक संस्थान को निजी व्यवस्था में चलाने पर विचार कर रही है। इस भवन के निर्माण आवास विकास विभाग द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कॉलेज को सरकार पीपीपी मॉडल पर ले जाना जा रही है। पिछले साल टेंडर हुआ था मगर संचालन शुरू नहीं हो सका।
उधर आवास विकास विभाग के एक्सईएन से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने किसी प्रकार की जानकारी या नाम बताने से इन्कार किया।
सुरक्षा बलों का बना डेरा
मौजूदा समय में महर्षि पतंजलि सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान पॉलिटेक्निक करनैलगंज की मुख्य भवन में सुरक्षाबलों का डेरा है। करनैलगंज में कजरी तीज जैसे बड़े मेले सहित आने वाले समय में त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए पीएसी बुलाई गई है। जिसे उसी भवन में ठहराया गया है।
क्या कहते है जेई
निर्माण इकाई आवास विकास परिषद के जेई मुहम्मद इकबाल कहते है की मुख्य भवन, बालक वा बालिका हास्टल, वर्कशाप, प्रिंस्पल आवास, तीन टाईप वन, एक टाईप टू आवास, सहित अन्य निर्माण होना था, बालिका आवास छोड़कर सभी भवन प्रिंसीपल को हैंड ओवर किया जा चुका है। यह कालेज पीपीपी मॉडल पर संचालित करने को व्यवस्था कराई जा रही है।
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