राकेश गिरी
बस्ती। निजी स्कूलों को बंद करने की प्रशासन द्वारा जारी नोटिस का चरणबद्ध विरोध चल रहा है। स्कूल प्रबंधक तो एकजुट हैं ही कुछ अभिभावक भी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। रविवार को स्कूल प्रबंधक रूधौली के विधायक संजय प्रताप जायसवाल को ज्ञापन सौंपकर सरकार के उचित पर समस्या उठाने की मांग किया। विधायक ने स्कूल प्रबंधकों को भरोसा दिलाया है कि जिन स्कूलों ने मान्यता के मानक पूरे कर लिये हैं उन्हे बेवजह परेशान नही किया जायेगा और जिनके मानकों में कमी है उन्हे कुछ समय देना उचित होगा। रूधौली विधायक ने इस बावत तुरन्त शासन से पत्र व्यवहार की बात कही।
स्कूल संचालकों का कहना है कि उनके स्कूल के मान्यता की फाइल लम्बित है। सारी औपचारिकतायें और मानक पूरे हैं ऐसे में एकतरफा कार्यवाही करते हुये स्कूलों को बंद करने की नोटिस जारी करना किसी समस्या का समाधान नही हो सकता। वहीं अभिभावकों में भी रोष है। तर्क दिये जा रहे हैं कि जनपद की सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था की आधा से अधिक जिम्मेदारी निजी स्कूल संभाल रहे हैं ऐसे बिना किसी ठोस प्रबंध के स्कूलों को बंद करना किसी भी दशा में न्यायसंगत नही है।
मान्यता की औपचारिकता और अन्य मानक पूरा कर चुके स्कूलों के संचालकों को न्याय दिलाने के लिये संघर्ष कर रहे अशोक कुमार तिवारी एवं राम प्रताप सिंह ने कहा मान्यता स्कूलों का हक है प्रशासन से मिलने वाली भीख नही। जिन स्कूलों ने मानक पूरी किया है उनके मान्यता की प्रतिक्रया अविलम्ब शुरू करनी होगी। जरूरत पड़ी तो जनपद के स्कूल प्रबंधकों तथा अभिभावकों के सहयोग वृहद आंदोलन किया जायेगा। ज्ञापन सौंपते समय मारकण्डेय सिंह, केशरीनाथ त्रिपाठी, सत्यराम उपाध्याय, हरिओम पांडे, डा. अजीत प्रताप सिंह, विकास तिवारी, कुंज बिहारी श्रीवास्तव, रमाकांत दुबे, नागेन्द्र तिवारी, एमपी दुबे आदि उपस्थित थे।


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