जांच में सहयोग न करने पर डीडीओ ने की कार्रवाई
सतेन्द्र खरे
कौशांबी : सिराथू के ब्लाक प्रमुख जितेंद्र सोनकर का परिवार रजिस्टर बनाने के चलते ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि उन्होंने परिवार रजिस्टर बनाने में नियमों का पालन नहीं किया। वहीं शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू हुई तो डीडीओ का सहयोग नहीं किया। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस दौरान उनको जीवन निर्वाह भत्ता ही देय होगा।
सिराथू ब्लाक प्रमुख चुने जाने के बाद से ही जितेंद्र सोनकर की समस्या बढ़ गई थी। उनके चुने जाने को लेकर नारा क्षेत्र से बीडीसी रही रेनू सोनकर ने न्यायालय में वाद दायर किया। इसको लेकर न्यायालय के आदेश के बाद जांच की जा रही। आरोप था कि जितेंद्र सोनकर फतेहपुर के गांव किशनपुर के रहने वाले हैं। जब चुनाव नजदीक आया तो उन्होंने रामपुर धमावां गांव में भी आवास बनवा लिया। लेकिन यहां पर उनका परिवार रजिस्टर नहीं बना था। उन्होंने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी दिलीप कुमार पांडेय से परिवार रजिस्टर बनवाया। उस परिवार रजिस्टर को फर्जी बताते हुए शिकायत हुई मामले की जांच हो रहा है। जांच में ग्राम विकास अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह अधिकारियों से इस मामले से जुड़े कोई साक्ष्य भी जांच अधिकारी को मुहैया नहीं कराए। इसलिए बुधवार को जिला विकास अधिकारी डीके दोहरे ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी दिलीप कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया है। इन दिनों दिलीप पांडेय मूरतगंज ब्लाक में तैनात थे। डीडीओ ने अपने आदेश में यह भी कहा कि निलंबन की अवधि के दौरान दिलीप कुमार पांडेय को जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
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