16 लाभार्थियों के 1.92 लाख रुपये का किया गया गबन
सत्येन्द्र खरे
कौशांबी : स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा। इस अभियान की आड़ में भ्रष्टाचार जमकर हो रहा है। डीपीआरओ के नियमित निरीक्षण के बाद भी शौचालय के नाम आई धनराशि
विभागीय अधिकारियों ने इस योजना को भी कमाई का जरिया बना लिया है। कौशांबी में जिला प्रशासन लगातार लोगों को भ्रष्टाचार से दूर रहने के लिए प्रेरित कर रही। इसके लिए मुनादी के साथ ही गांव में वाल पेटिंग कर कराई। इसके बाद भी स्थित सुधार नहीं रही। ताजा मामला सिराथू ब्लाक के भड़ेसर गांव का आया है।
सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार कम हो। इसको लेकर जिले में अभियान चलाया जा रहा। यह अभियान असर भी दिखने लगा है। ग्रामीण खुलकर भ्रष्टाचार को लेकर अपनी आवाज उठाने लगे हैं। भड़ेसर गांव में पंचायतीराज विभाग के कर्मचारियों ने प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव के साथ मिलकर मृतकों के नाम शौचालय का धन निकाल लिया। मृतकों के परिजनों ने प्रधान व पंचायत सचिव से शौचालय के लिए धन मांगा तो उनको इसकी जानकारी हो सकी। पीड़ितों ने डीएम को शिकायती पत्र दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के नूर मोहम्मद पुत्र जहदू की मौत करीब एक साल पहले हो चुकी है। जबकि 15 जुलाई 2017 को नूर मोहम्मद के नाम पर शौचालय निर्माण की धनराशि निकाली जा चुकी है। इसी प्रकार अमी अल्ला पुत्र शमीउल्ल करीब 20 साल पहले अचानक घर से गायब हो गए थे। प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव ने उसके नाम पर भी शौचालय के 12 हजार रुपये 26 मई 2016 निकाल लिया। बदल पुत्र बिंदेश्वरी की दो साल पहले मौत हो चुकी है। आठ माह पहले उसके नाम पर भी 12 हजार रुपये निकाल लिया। ग्रामीणों की शिकायत के बाद डीएम ने इस मामले को लेकर डीपीआरओ कमल किशोर को जांच का निर्देश किया। जिला पंचायत राज विभाग की ओर से मामले को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
जांच के लिए पहुंचे अधिकारी
डीपीआरओ के निर्देश के बाद ग्रामीण स्वच्छता मिशन के जिला समन्वयक केके मिश्रा जांच के लिए भड़ेसर गांव पहुंचे। उन्होंने जिन शौचालयों को लेकर लोगों ने आरोप लगाया था। उनकी जांच शुरू कर दी है। उनका कहना है कि प्रथम दृष्टया जांच में अभी तक किसी प्रकार की कमी नहीं मिली है। वह मामले को लेकर सभी तथ्य जुटा रहे है। अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को जल्द ही सौंप देंगे।
इनको नहीं मिला शौचालय
भड़ेसर गांव में शौचालय निर्माण को लेकर जो सूची अधिकारियों के पास भेजी गई है। उनमें गांव के अच्छन अली पुत्र कल्ल्न अली, लल्लन पुत्र शब्बीर, निजाम अहमद पुत्र नूर मोहम्मद, अब्दुल खालित पुत्र बकरीदी, प्यारेलाल पुत्र रामसुमेश, राजेंद कुमार पुत्र मोतीलाल, रामकृष्ण पुत्र रामनारायण, अंजनी कुमार पुत्र सुन्दरलाल, छोटेलाल पुत्र सूरजदीन, लल्लू पुत्र सूरजदीन, सुग्गन पुत्र सूरजदीन, राजकरन पुत्र छेद्दू, नत्थू पुत्र मो. सब्बीर, नजर मोहम्मद पुत्र रफीक अहमद, मधऊ पुत्र जिवलाल, लाल चंद्र पुत्र दुर्गा के नाम शामिल है। उनको अब तक शौचालय निर्माण का लाभ नहीं मिला। ग्रामीणों ने डीएम को शिकायती पत्र देकर शौचालय निर्माण की जांच कराने व लाभ दिए जाने की मांग की है।
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