बहराइच। मंडल में बेहतर उपचार के लिए शुमार रखने वाले जिला अस्पताल बहराइच में गंदगी की भरमार है। मच्यरुरी हाउस में रखे जाने वाले शवों की बेकदरी तो जग-जाहिर है ही, मच्यरुरी में रखे शवों को देखने के लिए जाने वाले परिवारीजनों को दुर्गंध से जूझना पड़ता है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन बड़ी मात्र में अस्पताली कचरा निकलता है। इसके निस्तारण को लेकर स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। प्रतिदिन निकलने वाले अस्पताली कचरे को सफाई कर्मी जिला अस्पताल में बनी मच्यरुरी के पास फेंक रहे हैं। शव रखे जाने वाले मच्यरुरी स्थल के आस-पास कूड़े का ढेर लगाया जा रहा है। गोंडा जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के असरना पहाड़ापुर निवासी प्रमोद उपाघ्याय की मौत के बाद मच्यरुरी में रखे शवों को देखने के लिए परिवारीजन जैसे परिसर के मुख्य द्वार पर पहुंचे तो एकाएक सभी ने अपनी नाक व मुंह को कपड़े से ढक लिया। कचरे से उठने वाली दुर्गंध से मृतकों के परिवारीजन ही नहीं पुलिसकर्मी भी परेशान हैं, जो उसी जगह बैठकर शव का पंचनामा भरते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिसकर्मी ने बताया कि कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की गई है लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस कूड़े से उठ रही दुर्गंध से जहां आस- पास के लोगो का जीना मुहाल है वहीं जिम्मेदार सबकुछ जानकर भी अंजान हैं।
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