सुलतानपुर. शिक्षा मित्रों के परिपेक्ष में सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद सरकार की हर दलील फेल होती नज़र आ रही है। शिक्षा मित्र सरकार की दलील को मानने को तैयार नहीं और बदले में सरकार लगाम कसने के लिए लाठियों का सहारा ले रही है। बावजूद इस सबके बुधवार को यहां शिक्षा मित्रों के सब्र का बांध टूट गया, सरकार के फैसले और अब साथियों पर लाठीचार्ज से गुस्साए शिक्षा मित्रों ने डीएम आफिस को घेर लिया। आक्रोशित शिक्षा मित्रों ने यहां लगी पीएम मोदी और सीएम योगी की होर्डिंग्स को फाड़कर जला डाला।
हज़ारों की संख्या में शिक्षा मित्रों ने किया घेराव
आपको बता दें कि मंगलवार को राजधानी लखनऊ में सरकार के 10 हज़ार के फैसले के विरोध में शिक्षा मित्रों पर जमकर लाठियां चटकी थी। इससे आक्रोशित शिक्षा मित्रों का संगठन बुधवार को एक बार फिर सड़कों पर उतर आया। हज़ारों की संख्या में इकट्ठा हुए शिक्षा मित्रों ने सबसे पहले डीएम आफिस का घेराव किया।
जमकर लगे सरकार विरोधी नारे
डीएम आफिस का घेराव कर रहे शिक्षा मित्रों की नज़र सरकार की उन होर्डिंगों पर पड़ी जिस पर सरकार की योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ पीएम और सीएम की तस्वीरें लगीं थी, उसे देखते ही मानों शिक्षा मित्रों के तन-बदन में आग लग गई हो। प्रदर्शनकारी शिक्षा मित्र बेखौफ होकर होर्डिंग्स पर टूट पड़े, होर्डिंग्स को फाडा और फिर डीएम आफिस के गेट के सामने उसे आग के हवाले करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।
...हिम्मत नहीं जुटा सके डीएम
यही नहीं शिक्षा मित्रों के इस प्रदर्शन से जहां डीएम आफिस से लेकर बस स्टाप आदि जगहों की रोड पूरी तरह ब्लाक रही वहीं दूसरी उग्र शिक्षा मित्रों के आगे पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। हैरत की बात ये कि डीएम हरेंद्रवीर सिंह आफिस में मौजूद रहे लेकिन प्रदर्शन कर रहे शिक्षा मित्रों से मिलकर उन्हें शांत कराने की ताकत नहीं जुटा सके।
सम्मान जनक स्थित में ही मानदेय मंजूर
उधर शिक्षा मित्र संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्रा ने कहा कि सरकार की कैबिनेट में प्रस्ताव के रूप में आए 10 हज़ार का मानदेय उन्हें मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार अध्यादेश लाकर पुनः शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती, या फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पहले तक शिक्षा मित्रों को मिल रहे 39 हज़ार वेतन के बराबर सम्मान जनक स्थित में रकम दे।
हो सकती है विधिक कार्यवाई:डीएम
वही डीएम हरेंद्रवीर सिंह से जब इस संदर्भ में बातचीत किया गया तो उन्होंने कहा कि न्याय संगत कार्यवाई की जाएगी। शिक्षा मित्रों के प्रदर्शन में कुछ कानूनी प्रकिया बाधित हुई है उसके लिए विधिक कार्यवाई हो सकती है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ