खुर्शीद खान
सुलतानपुर। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध विद्वत परिषद सुलतानपुर की ओर से ‘भारत केन्द्रित शिक्षा के अवस्थापन में शिक्षक की भूमिका’ विषयक पर बोलते हुए आज यहॉं संत तुलसीदास डिग्री कालेज के भूगोल विभागाध्यक्ष डाॅ. इन्दुशेखर उपाध्याय ने कहाकि शिक्षक वह है जिसका शिक्षकत्व जिंदा है शिक्षा व्यवसाय नही है। नगर के राणा प्रताप डिग्री कालेज के हाल में आयोजित संगोष्ठी में डॉ उपाध्याय ने कहा कि भारत देश विविधताओं से भरा है। सर्वोच्च शिखर वाला हिन्द महासागर, 6 ऋतुओ का सुख, नदिया और भारत माता केवल भारत मे है, अमेरिका भवन नही है। शून्य का आविष्कार यही हुआ।
डॉ सुशील कुमार पांडेय ने भारत की प्राचीन संस्कृति और इतिहास पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को साहित्यकार डॉ राधेश्याम सिंह, भारतीय शिक्षा समिति के प्रदेश निरीक्षक बाँके बिहारी, बल कल्याण समिति के मंत्री रूपेश सिंह, डॉ वी पी सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ जे पी सिंह ने किया और अपने संबोधन में शिक्षा की स्थिति पर चर्चा की। संचालन डॉ सुशील गौतम ने किया।
कार्यक्रम में संभाग निरीक्षक गोपाल जी, प्राचार्य रवींद्र मोहन, वेद प्रकाश, राम अकबाल पांडेय, पवनेश मिश्र, अभयदत्त पाठक, शेषमणि मिश्र, उदय पाल सिंह, अरविंद सिंह, नरसिंह, इंद्रजीत त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
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