कूरेभार की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गयी
सुलतानपुर।जिलाधिकारी हरेन्द्र वीर सिंह ने सभी सम्बन्धित को निर्देशित करते हुये कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर शिथिलता अथवा लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में खराब प्रगति पर 06 प्रभारी चिकित्साधिकारियों को चेतावनी देते हुये सुधार के निर्देश दिये। जिलाधिकारी आज कलेक्ट्रेट में जिला स्वास्थ्य समिति की शाषी निकाय की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा में पाया कि भदैयां, धनपतगंज, अखण्डनगर, दोस्तपुर, मोतिगरपुर, बल्दीराय की प्रगति सबसे खराब है। उन्होंने इनसे सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों को चेतावनी देते हुये सुधार के निर्देश दिये। बैठक में अनुपस्थित रहने पर लम्भुआ के प्रभारी चिकित्साधिकारी का स्पष्टीकरण मांगा गया। जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा कार्यक्रम पर विशेष बल देते हुये लाभार्थियों तथा आशा बहुओं का शतप्रतिशत भुगतान करने के निर्देश दिये। उन्होंने समीक्षा में पाया कि जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम में मोतिगरपुर,दोस्तपुर तथा भदैयां की प्रगति सबसे खराब है। जिलाधिकारी ने वित्तीय प्रगति की समीक्षा में पाया कि बल्दीराय, भदैयां, धनपतगंज, कूरेभार तथा कुड़वार की प्रगति औसत से कम है। उन्होंने इन सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को वित्तीय प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की समीक्षा में पाया कि अक्टूबर माह में संचालित मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की प्रगति अच्छी रही। सुलतानपुर अरबन तथा पी.पी.कमैचा का कार्य सबसे अच्छा पाया गया, इन दोनों प्रभारी चिकित्साधिकारियों की सराहना की गयी। दोस्तपुर , अखण्डनगर, भदैयां, धनपतगंज, मोतिगरपुर,कूरेभार की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गयी। सुपरविजन में अखण्डनगर की स्थिति सबसे खराब पायी गयी। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि आगामी नवम्बर माह में संचालित होने वाले मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम को सभी सम्बन्धित पूरी गम्भीरता से लेते हुये शतप्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करें। जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि इवनिंग मीटिंग में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां तथा बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक उपस्थित नहीं रहते। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि इवनिंग मीटिंग में उनका सम्बन्धित स्टाफ उपस्थित रहकर कार्यक्रम में अपना सहयोग दे। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति संतोषजनक नहीं है तथा अपेक्षित सुधार के लिये भी कोई प्रयास प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा नहीं किया गया। इससे प्रतीत होता है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी कार्यक्रमों की नियमित मानरीटरिंग नहीं कर रहे हैं तथा उनका अपने स्टाफ पर नियन्त्रण नहीं है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वे स्वास्थ्य कार्यक्रमों की नियमित समीक्षा करें तथा प्रगति में सुधार लायें। बैठक का संचालन करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.सी.वी.एन. त्रिपाठी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा करते हुये कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रम बिना सभी के सहयोग के सफल नहीं हो सकता। उन्होंने सहयोग के लिये सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) बी.डी.सिंह, मुख्य चिकित्साधीक्षिका (महिला) डॉ. उर्मिला चौधरी, उपजिलाधिकारी सदर प्रमोद पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी आर.बी.सिंह, डी.पी.एम. संतोष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी के.के.सिंह, तथा सम्बन्धित उपस्थित थे।
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