Type Here to Get Search Results !

Action Movies

Bottom Ad

बलरामपुर :धूमधाम से मनाया गया छठ महापर्व


अखिलेश्वर तिवारी
अस्ताचलगामी सूर्य को दिया गया अर्घ्य 
बलरामपुर ।। जिले के सदर तहसील व तुलसीपुर तहसील मुख्यालय पर छठ महापर्व धूमधाम से मनाया गया । वैसे तो यह पर्व बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के भागों में मनाया जाता रहा है । परंतु पिछले कुछ वर्षों से जनपद बलरामपुर के कुछ हिस्सों में जहां पर बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग रोजगार के लिए आये उन क्षेत्रों में छठ पूजा का आयोजन शुरू हुआ । धीरे-धीरे छठ पूजा यहां के लोगों ने भी शुरू की और अब बड़ी संख्या में क्षेत्र में छठ पूजा का आयोजन किया जाने लगा है । झारखंडी व बलरामपुर चीनी मिल में स्थित सरोवर में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं छठ पूजा में शामिल हुई और उन्होंने गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया तथा शुक्रवार की भोर सुबह में उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूजा की समाप्ति की । छठ महापर्व 3 दिनों तक चलने वाला एक ऐसा पर्व है जिसमें अस्ताचलगामी सूर्य की भी पूजा की जाती है ।इसमें महिलाएं व पुरुष व्रत धारी सभी लोग 2 दिनों तक निर्जल व्रत रखकर उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ व्रत को समाप्त करते हैं । इस वर्ष भी बड़ी संख्या में पूजा में लोग शामिल हुए गाजे बाजे के साथ सरोवरों पर गए और वहां पर भगवान सूर्य की पूजा की ।

                 जानकारी के अनुसार छठ महापर्व तीन दिनों तक चलने वाला सुख समृद्धि संतान व परिवारिक सुख को प्रदान करने वाला व्रत है ।मान्यता है कि भगवान सूर्य पंचदेवों में एक देव हैं और इनका पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं । सूर्यदेव ही ऐसे एक देव  जिनका प्रतिदिन दर्शन करने को मिलता है । सूर्य की पूजा से सभी कष्टों का निवारण भी होता है । सूर्य की पूजा का ही छठ महापर्व में विशेष महत्व है । इस पूजा की शुरुआत नहाए खाए से शुरू होती है अगले दिन ठेकुआ नाम का मिष्ठान पकवान बनाया जाता है और वही व्रत धारी ग्रहण भी करते हैं । उसी दिन शाम को ठेकुआ व मीठा पकवान खाने के बाद निर्जल व्रत शुरू हो जाता है दूसरे दिन पूरे दिन व्रत रखते हुए सायं काल डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है तथा विभिन्न प्रकार के ऋतुफल व अनाजों से बने पकवान को भगवान सूर्य को अर्पित किया जाता है । अगले दिन भोर में ही ब्रतधारी महिला पुरुष सभी किसी सरोवर या नदी में जाकर घंटो सूर्य के उगने की प्रतीक्षा करते हैं तथा सूर्य उदय होने पर अर्घ्य देने के उपरांत ऋतु फल व पकवान भेंटकर सूर्य देव का नमन करते हैं तथा प्रसाद ग्रहण कर व्रत की समाप्ति करते हैं । जनपद मुख्यालय के झारखंडी मंदिर के सरोवर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने महा पर्व की पूजा की वहीं बलरामपुर चीनी मिल परिसर के शिव मंदिर स्थित सरोवर तथा दुर्गा मंदिर पर स्थित सरोवर पर जाकर गाजे बाजे के साथ सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष ब्रतधारियों ने भगवान सूर्य को अर्घ देकर पूजन अर्चन किया तथा ऋतुफल एवं विभिन्न पकवान भेंट कर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थनाएं की ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Below Post Ad

Comedy Movies

5/vgrid/खबरे