अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर । जिलामुख्यालय में महर्षि बाल्मिकी के जयंती के अवसर पर भगवान श्रीराम की भव्य झांकी निकाला गया जिसमे श्री राम के जीवन का सजीव चित्रण किया गया वही तुलसीपुर तहसील मुख्यालय के वाल्मीकि मोहल्ले में हिंदू युवा वाहिनी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा वाल्मीकि जयंती का आयोजन किया गया । जयंती के अवसर पर हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी दिलीप कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में महर्षि बाल्मी के जीवन पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि व्यक्ति के अंदर अच्छे सोंच का जज्बा व दृढ संकल्प हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है । इस का जीता जागता उदाहरण महर्षि वाल्मीकि हैं । इनके जीवन से सीख ले सकते हैं । महर्षि बाल्मी के बचपन का नाम रत्नाकर था और वह जंगलों में चोरी डकैती का कार्य किया करते थे । जब देव ऋषि नारद से उनकी मुलाकात हुई और नारद जी ने गलत कार्य छोड़ने की शिक्षा दी जिसे उन्होंने सहस्र ग्रहण कर लिया । महर्षि बाल्मी फिर सारे गलत काम छोड़कर जप तप एवं यज्ञ कार्य में लग गए । ईश्वर ने उनके ऊपर कृपा की और ईश्वर की कृपा से ही उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण का निर्माण किया जो आज हिंदू के प्रसिद्ध ग्रंथों में से एक है । ऐसा नहीं है कि बुरा कार्य करने वाला इंसान अच्छा नहीं बन सकता । इसीलिए हम अपने आत्म चिंतन के द्वारा अपनी बुराइयों को त्याग कर अच्छे इंसान बन सकते हैं । जिससे हमारा जीवन धन्य होगा और समाज को लाभ मिलेगा । कार्यक्रम को नगर संयोजक शिव कुमार बाल्मीकि, नगर प्रभारी डीपी सोनी, प्रदीप गुप्ता, देवेंद्र वर्मा, रोहित शर्मा, राजकुमार, तुलाराम, दीपक, रामहेत, सीता राम, राम सेवक, राजू सिंह व बदलू सहित तमाम लोग मौजूद थे । सभी ने महर्षि बाल्मीक के चित्र पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।


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