अपनी ही सरकार में बेगाने है विधायक
भाजपा विधायक ने लगाया उपनिदेशक मण्डी पर आरोप
गोण्डा। सूबे की सरकार के लाखां प्रयास के बाद भी ठेके पट्टों में धांधली रुकने का नाम नही ले रही है। मण्डी परिषद विभाग में ई-टेंडरिंग में कागजों का बिना सत्यापन कराये जिम्मेदारों ने प्रतिभूति स्वीकार कर ली जो नियमों के विरुद्ध ह। ई-टेंडरिंग में बड़े पैमाने पर हुई धांधली कि शिकायत किसी और ने नही बल्कि सत्ता पक्ष के गौरा विधानसभा के विधायक ने मण्डलायुक्त से की है।
विधायक गौरा ने आयुक्त को दिये गये शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि गत 21 सितम्बर से 25 सितम्बर तक टेण्डर पड़ने की तिथि नियत की गयी थी। नियमों के मुताबिक टेण्डर खुलने के बाद समस्त कागजात का कम्प्यूटर प्रिन्ट निकालकर इक्षुक ठेकेदार द्वारा जमा की गयी मूल प्रति से मिलान करते हुए सम्पूर्ण कागजातों मशलन धरोहर धनराशि, अनुभव, हैसियत, चरित्र के सत्यापन के बिना कोई भी उच्चाधिकारी प्रतिभूत को स्वीकार नही कर सकता है तथा सत्यापन में सब कुछ आल इज वेल होने पर ही कमेटी ई-टेण्डर के वेबसाइट पर अपलोड करती है। इसके बाद ही फाइनेन्सियल बिड को खोला जा सकता है। लेकिन यहाँ तो बिना सत्यापन कराये ही टेण्डर को अपलोड कर दिया गया जबकि उस दिन अवकाश था जिससे टेण्डर में हुई अनियमितता की पोल खुल जाती है। आरोप है कि उप निदेशक मण्डी ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया है। विधायक गौरा प्रभात वर्मा ने टेण्डर को निरस्त कर कमेटी को भंग कर निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है। ताकि सरकार की मंशानुरूप कार्य हो सके।
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