रिपोर्ट: सुनील गिरी
हापुड। आतंकियों से से लोहा लेते हुए देश के लिए शहीद होने वाला जितेन्द्र आरआर रेजीमेंट के अच्छे सिपाहियों में शुमार था। परिजनों ने बताया की सोमवार को उनकी बटालियान को सूचना मिली की हंदवाड़ा क्षेत्र के एक घर में तीन आंतकी छिपे है। सेना ने आपरेशन चलाते हुए घर को चारों तरफ से घेर लिया। सेना ने घर में छिपे तीनों आतंकियों से आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन तीनों आतंकियो ने सेना पर गोली चलानी शुरू कर दी, जिसमें सेना ने क्लीन आपरेशन शुरू कर दिया। जितेन्द्र अपने कई साथियों के साथ आतंकियों के कमरे के अन्दर जा पहुंचा व तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया, लेकिन एक आतंकी की गोली जितेंद्र को लग गई। गोली लगने से घायल शौलाना गांव लाल जितेन्द्र (23 वर्ष) शहीद हो गया। वह कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित हंदवाड़ा पोस्ट पर तैनात था। परिजनो ने बताया कि जितेंद्र के शहीद होने की जानकारी उन्हें फौज के कंट्रोल रूम से मिल गई थी। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दोपहर तक जिला प्रशासन को कोई लिखित संदेश नहीं आया जबकि डीएम कृष्ण करुणेश के निर्देश पर डीएम गाजियाबाद से भी जानकारी ली जाती रही। शाम के समय आदेश मिलने पर डीएम के आदेश पर राजस्व टीम और पुलिस बल गांव में पहुंच गया। डीएम कृष्ण करुणेश ने बताया कि शुक्रवार को शहीद का शव जम्मू-कश्मीर से हापुड़ आएगा। उन्होंने बताया कि शहीद के अंतिम संस्कार के लिए प्रशासनिक टीम और पुलिस गांव में पहुंच गई है।
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