जांच के नाम पर हो रही कमीशनखोरी
गोण्डा। सीएचसी मनकापुर दलालो का अड्डा बन गया है।यहां मरीजो को अजीब ठगी का शिकार होना पडता है। मामूली बुखार-जुकाम में भी मरीजो को डाक्टर पैथोलांजी लेैब की राह दिखा देते है। लैबो से डाक्टरो को कमीशन के रुप में प्रतिदिन अच्छी रकम हासिंल होती है।
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र मनकापुर पर भारी अव्यावस्थाओ व कमीशन खोरी के चक्कर में प्रतिदिन दर्जनो मरीज डाक्टर पैथोलांजी लैब गठजोड का शिकार बनते है। इनमें पैथोलांजी के दलाल ओपीडी डाक्टर के इर्द-गिर्द घेरा बनाकर खडे रहते है और तो और बकायदा डाक्टरो के ओपीडी में सहयोग कर जांच के पर्चा फौरन दूसरे दलाल को थमा कर मरीजो को लैब तक अम्मा, भैय्या, चाचा-चाची कह कर लैब तक लाते है। डाक्टर मरीज को देखकर पर्चा पर मलेरिया, इनसेफ्लाईटस, डेगू, टाईफार्मड, फ्लैटलेस आदि की जांच लिख कर पर्चा थमा देते बाकी का कार्य वहां मौजूद दलाल करते है। एक-एक पर्चा पर तीन-चार जांच लिखना आम बात है। डाक्टर अपने कर्तत्यो से इतिश्री कर लेते है और पैथोलांजी के कीमत दलाल मरीजो को नमस्कार, प्रणाम, भाई आदि का सम्बोघन करके पर्चा हसिल कर बेहतर व सस्ता जांच कराने का भरोसा देकर मरीजो का खून चूसने के साथ अच्छी रकम हसिल कर लेते है। जिसमे से शाम को को डाक्टर के साथ बैठ कर हिसाब करके पैथोलांजी संचालक तय शुदा कमीशन लिफाफे में डाक्टर को भेट करते है।
वही सीएचसी लैब में वीडाल, वीडीआरएल, एचवीएसएजी, शुगर व एमपीकार्ड की सुविधा नही है। इस लिए मरीज मजबूर होकर प्राइवेट पैथोलांजी के शरण में जाकर अपना शोषण कराने को मजबूर व बेवश है। वही सीएचसी अधीक्षक डाक्टर मुनुद्दीन ने बताया कि दलालो पर शिकंजा लगाया जायेगा।
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