प्रतापगढ:महिला सशक्तीकरण के नाम का डंका पीटने वाली बीजेपी निकाय चुनाव में पार्टी की महिला नेताओ को दर किनार कर महिला आराक्षित सीट पर नेताओ की पत्नियो को टिकट थमा दिया ,इसका सबसे जीता जागता उदाहरण प्रतापगढ में नीलम हिन्द जैसी तेज तर्रार और पार्टी की निष्ठावान नेत्री को मौका न देकर निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष को टिकट पकडा दिया |
पार्टी के मंचो से लेकर गावं गिराव तक पार्टी का झंडा बुलंद करने वाली ,महिला कार्यकर्ता आज उपेक्षित कर दी गयी और पुरूष प्रधान समाज में एक बार फिर महिला सशक्तीकरण बात बेईमानी साबित हो गयी |
एक तरफ ज़हा पूरी दुनिया में महिलाये अपने कार्य कौशल के बल पर राजनीति ही नहीं बल्की हर क्षेत्र में अपनी कार्य कुशलता साबित कर रही है वही भारत जैसे देश में यह सिर्फ कागज के पन्नो और भाषणो तक सीमित हो गया है |
महिलाये जहा घर गृहस्थी से समय निकाल कर समाज में बदलाव की नीव रखना चाहती है ,और राजनीति जैसे क्षेत्र में अपने आप को साबित करना चाहती है पर उन्हे आगे करने के बजाय राजनीतिक पार्टीय़ा उन्हे सिर्फ चुनाव प्रचार तक रखना चाहती है ,ऐसे में उनका मनोबल गिरना लाजमी है |
संतोष तिवारी जर्नलिस्ट


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