अमरजीत सिंह
टाइनी टोट्स मामले में छात्रा के समर्थन में उतरे बसपा नेता
पीड़ित परिवार की पूर्व मंत्री व हाईकोर्ट के अधिवक्ता नकुल दुबे से फोन पर कराई वार्ता
फैजाबाद:मासूम छात्रा के साथ इस तरह का अमानवीय कृत्य करना मानवता को शर्मसार करने वाला है। ऐसे में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के बजाय समाज विरोधी तत्व मामले में लीपापोती कर रहे हैं। यदि शीघ्र ही विद्यालय प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही करते हुए मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी ना की गई तो बड़ा आंदोलन करना मजबूरी होगी। यह बातें शनिवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल के सभागार में बीते माह टाइनी टोट्स स्कूल में नाबालिग छात्रा के साथ हुए यौन शोषण के मामले में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य व वरिष्ठ बसपा नेता करुणा कर पांडेय ने कहीं। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को स्कूल भेजकर हम लोग उनके सुरक्षित होने की उम्मीद करते हैं, लेकिन स्कूलों में भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, जो मानव समाज पर कलंक है। पीड़ित परिवार की तरफ से पूर्व में कई बार अवगत कराने के बावजूद विद्यालय प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया जिससे उसकी संलिप्तता मामले में उजागर हो रही है। अभी भी विद्यालय प्रबंधन पीड़ित परिवार के साथ ना खड़ा हो कर दोषियों के साथ खड़ा है। कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी पूरी तरह दबाव में काम कर रहे हैं। विद्यालय प्रबंधन प्रशासन को खरीदने का दावा कर रहा है और पीड़ित परिवार को घर छोड़कर जाने पर विवश कर रहा है। कहा कि फैजाबाद क्रांतिकारियों की धरती है, यहां जुल्म ज्यादती किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि शीघ्र ही विद्यालय के प्रबंधक की गिरफ्तारी करके स्कूल बंद ना कराया गया तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह कश्मीर व तालिबान में बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, आज जनपद में भी ऐसा ही माहौल उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में यदि इसका पुरजोर विरोध करते हुए दोषियों पर कार्यवाही ना की गई तो यह हादसा किसी के भी साथ हो सकता है। पत्रकार वार्ता में ही उन्होंने पूर्व नगर विकास मंत्री व उच्च न्यायालय के अधिवक्ता नकुल दुबे से पीड़ित परिवार की फोन पर वार्ता कराई, जिसमें नकुल दुबे ने पीड़ित परिवार को समस्त अभिलेखों के साथ बुलाया और बसपा सुप्रीमो मायावती व राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को मामले से अवगत कराते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस मौके पर दिनेश मिश्रा बब्बू अधिवक्ता लाल मणि तिवारी अन्य मौजूद रहे।
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