अलीम खान
मुसाफिरखाना अमेठी।
योगी सरकार पूरे सूबे में जहां एक तरफ एंटी भू माफिया के तहत ग्राम सभाओं की सुरक्षित जमीन बंजर भूमि खलिहान आदि को सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश के आला अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं जनपद अमेठी में भी बहुत सी एंटी भू माफिया के तहत कार्यवाही हुई लेकिन मुसाफिरखाना तहसील में एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें तहसील प्रशासन की संलिप्तता से ग्राम सभा की जमीन पर अवैध अतिक्रमण हो रहा है ।ग्राम प्रधान की शिकायत पर उप जिलाधिकारी अभय कुमार पांडे ने अपने अधीनस्थों को निर्देश दिया था कि अतिक्रमण ना होने पाए और अतिक्रमण करने वालो खिलाफ एंटी भू माफिया के तहत कार्रवाई हो लेकिन आज ग्राम सभा नेवादा की गाटा संख्या 636 पूरे दलाई मुजरे नेवादा में दबंगों चंदिका प्रसाद लालता प्रसाद आदि द्वारा अवैध अतिक्रमण हो रहा है शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान घनश्याम पांडे और ग्रामीण राकेशकुमार ने आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय लेखपाल दिनेश तिवारी अधिकारियों को हमराह करके इस पर आक्रमण करवा रहे हैं। शिकायतकर्ता ने जिला अधिकारी के सीयूजी नंबर पर फोन करके भी अवगत कराया इसके बावजूद अतिक्रमण कर्ताओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि निर्माण करना बंद नहीं कर रहे हैं जिससे साफ जाहिर है कि राजस्व प्रशासन की मिलीभगत से ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा हो रहा है परिणाम जो भी हो लेकिन इससे यह लगता है कि योगीराज का एंटी भू-माफिया फार्मूला तहसील प्रशासन मुसाफिरखाना जहां उसको पैसा मिलता है वहां लागू नहीं करता है और जहां से कमाई नहीं होती है वहां पर लागू करने का काम करते हैं बताते चलें कि यही लेखपाल दिनेश तिवारी और राजस्व निरीक्षक मुसाफिरखाना दिनेश दुबे एंटी भू-माफिया टीम के सक्रिय सदस्य हैं इनके इन कारनामे से तो यही लगता है कि एंटी भू माफिया किसी हद तक सफल नहीं माना जाएगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि दिनेश तिवारी कह रहे थे कि जमीन पर कब्जा करवाकर 122 बी की कार्यवाही कर देंगे और किसी में दम नहीं है कि इस अतिक्रमण को हटा दें उर्मिला कर शिकायतकर्ता के इस आरोप से यह सिद्ध होता है कि तहसील प्रशासन कहीं ना कहीं भूमाफियाओं से मिला हुआ है।


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