सुल्तानपुर।लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाइवे पर हो रहे फोर लेन निर्माण में ज़मीन एक्वायर करने के बावजूद नियमतः मुआवजा न दिये जाने से स्थानीय लोगों में रोष बढ़ गया है। जिसकी शिकायत डीएम हरेंद्र वीर सिंह से की गई है।
2016 में केंद्रीय मंत्री ने दी थी फोर-लेन निर्माण को हरि झंडी
आपको बता दें कि वर्ष 2016 में केंद्रीय मंत्री नितिन गटकरी ने यहां लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाईवे पर फोर लेन निर्माण को हरि झंडी दी थी। जिसके बाद शुरु हुए निर्माण कार्य में करोड़ो के घोटाले का मामला भी प्रकाश में आया था।
21 फरवरी तक मिला मकान खाली करने का आदेश
इस बीच अब एक नया और ताज़ा मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि
फोर लेन निर्माण को लेकर भूमि अधिग्रहन किया गया है, जिसका भुगतान पूर्णरूप से नही किया गया है और घोषणा कर दी गयी है कि अधिगृहीत मकान 21 फरवरी तक खाली कर दिया जाय।
खासतौर पर इस निर्देश की जद में अमहट चौराहे से वाराणसी मार्ग पर बने आवासीय भवनों के मालिकान आ रहे हैं। जबकि ये सभी उक्त जमीन पर करीब 50 वर्ष से मकान बनवाकर रह रहे है। और अब प्रशासन उसे आबादी की जमीन बताकर फूटी कौड़ी देने को तैयार नही है।
मान्यता प्राप्त पत्रकार भी प्रशासनिक रडार पर
इस संदर्भ में मान्यता प्राप्त पत्रकार सत्य प्रकाश गुप्ता जो की छोटी-मोटी प्राइवेट नौकरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं उनकी माता सावित्री देवी के नाम से बैनामा मकान भी प्रशासनिक रडार पर है। जबकि उनके पास मकान से सम्बंधित अभिलेख सुरक्षित हैं। उन्होंंने जमीन के
न्यायोचित मुआवजे की मांग करते हुए डीएम से गुहार लगाई है। उन्होंंने डीएम को दिये पत्र में लिखा है कि मुआवजे हेतु भूमि व निर्मित भवन का उनकी ज़मीन का मूल्यांकन हो चुका है, जिसका पैसा दिया जाना है किन्तु अभी तक वो नही दिया गया है।
होगी न्यायोचित कार्यवाई
इस मामले में जब एसडीएम सदर प्रमोद पांडेय से बात किया गया तो उन्होंंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। अगर कागजात मौजूद हैं तो निश्चित तौर पर न्यायोचित कार्यवाई की जायेगी।
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