अलीम खान
अमेठी (यूपी). उत्तर प्रदेश के अमेठी ज़िले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुए गैंगवार में अशफ़ाक की हत्या के बाद भले ही उच्च अधिकारियों ने एसओ को लाइन हाज़िर कर दिया हो लेकिन हमारे हाथ लगे वीडियो ने ये साफ कर दिया है के अगर एसओ ने जान हथेली पर रख बम को डिस्पोजल न किया होता तो कहानी कुछ और ही होती।
मंगलवार को हुई थी गैंगवार
आपको बता दें कि मंगलवार को जगदीशपुर थाने के विजया बैंक के पास राकेश विक्रम सिंह एवं राकेश विक्रम सिंह गैंग की ओर से मज्जू गैंग के सदस्य अशफ़ाक पर बम और गोलियों से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया था। इस वारदात के बाद लोग सड़क पर उतर आये थे, तो एसपी के.के. गहलौत ने एसओ जे.बी.पाण्डेय को लाइन हाज़िर कर दिया था।
वीडियो
मानवीय दृष्टिकोण से लोगों के हित में दिखाई दिया एसओ का क़दम
वैसे बड़े अधिकारियों के निगाह में एसओ जे.बी.पाण्डेय भले ही गुनाहगार हो लेकिन जो वीडियो हमारे हाथ लगा है उसमें एसओ की कार्यशैली सराहनीय ही नहीं मानवीय दृष्टिकोण से लोगों के हित में दिखाई दे रही। सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचाना, वहां एक अदद ज़िंदा बम के मिलते ही उसे तत्काल डिस्पोज़ल करना ये उनका बेहतर क़दम था। वरना अगर कुछ समय और बीत जाता हो कहानी कुछ अलग ही होती, और शायद इसके बाद पुलिस के थामे ये मामला न थमता।


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