नीलकंठेश्वर धाम मे बही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की बयार
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। जनपद के लालगंज क्षेत्र के मिश्रान कालूराम खजुरी स्थित धार्मिक स्थली नीलकंठेश्वर महादेव धाम मे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मे तीसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी दिखी। वहीं क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना ने भी कथा मे शामिल होकर हरि नाम संकीर्तन मे भाग लिया। कथा व्यास छोटी काशी राजातारा के आचार्य धीरेन्द्र पाल त्रिपाठी ने कहा कि भगवान को प्राप्त करने के लिये भाव भक्ति की आवश्यकता होती है। उन्होनें बताया कि भगवान को विद्ववता तथा कुलीनता और धन से प्राप्त नहीं किया जा सकता। आचार्य जी ने कहा कि भगवान सदैव उसके समीप हुआ करते है जिसका मन निर्मल हुआ करता है और वह बिना किसी प्रतिफल के राधेकृष्ण नाम को भजा करता है। जिसने गोविंद को भज लिया उसका हर लोक सुफल हो जाया करता है। कथा को आगे बढ़ाते हुये अजामिल के उद्धार का वर्णन करते हुये उन्होनें कहा कि अजामिल एक कुलीन ब्राम्हण था। लेकिन दुसंगति से उसका आचरण कुपथगामी हो गया। आचार्य जी ने भक्तों से कहा कि अजामिल ने सिर्फ अपने पुत्र नारायण का नाम लिया और सीधे विष्णु लोक को प्राप्त हो गया। नारायण शब्द ही मोक्ष का सूचक है और भक्ति भाव से नारायण का नाम उच्चारण ही मनुष्य को विष्णुलोक की प्राप्ति करा दिया करती है। सह संयोजक अधिवक्ता शैलेन्द्र मिश्र ने कथा श्रवण मे आये हुये भक्तों को प्रसाद वितरण का प्रबन्धन किया। वहीं महादेव नीलकंठेश्वर धाम मे भागवत कथा को लेकर महिलाओ द्वारा भजन संकीर्तन भी मनोहारी दिखा। इस मौके पर पं. शंभू नाथ मिश्र, शिवमूर्ति मिश्र, संगम लाल दुबे, दयाशंकर पाण्डेय, आचार्य राजेश मिश्रा, पारसनाथ मिश्र, वीरेंद्र मिश्र, अशोक शुक्ल, आचार्य जीतेंद्र मिश्र, छोटे लाल सरोज, देवेन्द्र मिश्र, गोपी वर्मा, लोकनाथ मिश्र, संजीत तिवारी, शोभनाथ मिश्र, विकास मिश्र, दीपक, राजू, माताफेर शुक्ल, मनीराम व अशोक मौर्य आदि रहे।
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