सशस्त्र बदमाशों ने गांव को घेरकर जमकर किया तांडव, सूचना के आधा घंटा बाद पहुंची पुलिस
ए. आर. उस्मानी / रियाजु़द्दीन
नवाबगंज - गोण्डा। बीती रात सशस्त्र डकैतों ने नवाबगंज थाना क्षेत्र के चखमका हरिवंशपुर गांव में जमकर तांडव किया। इस गांव को अपने घेरे में लेने के बाद डकैत तीन घरों में घुस गये और असलहों के बल पर घर वालों को कब्जे में करके उनकी लाठी - डंडों से बुरी तरह पिटाई की, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इनमें तीन की हालत गंभीर बताई जाती है। घटना की सूचना डायल 100 के साथ ही थाने की पुलिस को भी दी गई, लेकिन पुलिस करीब आधा घंटा बाद मौके पर पहुंची, तब तक डकैत लूटपाट कर फरार हो गए।
जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के चखमका हरिवंशपुर गांव में मंगलवार की देर रात करीब 11 बजे असलहों व लाठी-डंडों से लैस करीब दर्जनभर डकैतों ने धावा बोल दिया। गांव को चारों ओर से अपने कब्जे में ले लिया और तीन घरों में बारी - बारी से घुसकर लूटपाट की। इस दौरान डकैतों ने घर वालों को असलहों के बल पर बंधक बना लिया। लूटपाट कर रहे डकैतों ने विरोध करने पर दो महिलाओं समेत आधा दर्जन लोगों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी, जिसमें शिव चरन पुत्र बेचू, भानादेवी पत्नी शिवचरन व रामजतन पुत्र वंशराज के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। इनकी हालत गंभीर बतायी जाती है। इनके अलावा अशोक व सुरेश पुत्रगण रामजतन तथा रामजतन की पत्नी को भी चोटें आई हैं। बताया जाता है कि डकैत बारी - बारी से एक - एक घर पर हमला करते रहे। पीड़ितों के अनुसार लूटपाट कर डकैत चले गए, लेकिन थोड़ी देर बाद वे फिर आ धमके और घरों का चप्पा - चप्पा छान डाला। इस बीच डकैतों द्वारा की जा रही लूटपाट की सूचना डायल 100 व थाने की पुलिस को भी दी गई, लेकिन पुलिस करीब आधा घंटा बाद गांव में पहुंची, तब तक डकैत वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी तरबगंज ब्रह्मा सिंह भी मौके पर पहुंचे। डाका की इस दुस्साहसिक वारदात से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। वहीं हत्या और डाका की ताबड़तोड़ हुई घटनाओं से नवाबगंज पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं।
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