सुनील उपाध्याय
बस्ती यूपी । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का 53 वां स्थापना दिवस स्थानीय प्रेस क्लब सभागर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये मुख्य कोषाधिकारी गोपाल खरे ने कहा कि सांगठनिक ताकत के दम पर आज कर्मचारियों की स्थिति संतोषजनक है। इसी की देन है कि अधिकारी भी इससे लाभान्वित हो रहे हैं। संगठन का अपना गौरवशाली इतिहास है। परिषद के पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर द्विवेदी एवं एम डब्लू अंसारी एवं जलालुद्दी कुरैशी को प्रशस्ति पत्र व शाल भेंटकर सम्मानित किया गया।
सम्मान से अभिभूत पूर्व अध्यक्षों ने कहा कि कर्मचारियों के संघर्ष का नतीजा आज सभी को दिखायी देता है। 1966 में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के समन्वय से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की आधारशिला रखी गयी जो आज प्रदेश में एक महत्वपूर्ण कर्मचारी संगठन के रूप में विकसित हो चुका है। पूर्व में किये गये संघर्षो का नतीजा सुखद रहा है। जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा ने कहा कि स्थानीय इकाई के साथ ही प्रदेश नेतृत्व के स्व. बीएन सिंह एवं पीएन शुक्ल के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुये कि केन्द्र-प्रान्त वेतनमान जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के साथ ही कई अन्य सुविधायें दिलायीं जो हमेशा ही अनुकरणीय रहेगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम अधार पाल एवं जिला मंत्री तौलू प्रसाद ने संयुक्त रूप से कहा कि पूर्व की सरकारों से संघर्ष के दम पर कर्मचारियों को जो सुविधायें मुहैया कराई गयीं उनमें वृद्धि करने की जगह वर्तमान सरकार उसमें भी कटौती करने को तैयार हैं। कर्मचारियों का तरह तरह से उत्पीड़त किया जा रहा है। नेता द्वय ने कहा कि कर्मचारियों ने संघर्ष के दम पर बहुत कुछ हासिल किया है, जरूरत पड़ी तो संघर्ष के ही दम पर हम सरकार से अपना हक छीनने का काम करेंगे।
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मंडल अध्यक्ष प्रताप नरायन शुक्ल, कोषागार कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश पाठक, विकास भवन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजीत सिंह, चकबंदी लेखपाल संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार यादव, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष अरूणेश पाल, कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक मिश्रा, ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष अमरनाथ गौतम, सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय कुमार आर्य आदि ने संगठन की उपलब्धियों को याद किया और कहा आगे भी नेतृत्व के साथ हर कदम पर संघर्ष को तैयार रहेंगे। कार्यक्रम में संगठन मंत्री प्रमोद शुक्ला, संतोष राव, श्याम बिहारी, सुबाष मिश्रा, रियाजत अली, हरीराम पाल, मो. कलीम, रणंजय सिंह, मुकेश सोनकर, उदय पाल, उमेश वर्मा, विश्वदेव दूबे, रामसुमेर, सुग्रीव भारती, अमरेश श्रीवास्तव, राम मनोहर मिश्रा, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव अजय सोनी, आदि ने योंगदान दिया।



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