अमरजीत सिंह
फैजाबाद। फैजाबाद नाम की जगह अयोध्या की कर सकते है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोषणा।अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव के दौरान संतों की मांग पर सीएम योगी अयोध्या कर सकते हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयाग करने के बाद अब फैज़ाबाद का भी नाम बदल कर अयोध्या करने कि कवायद तेज हो गई है।माना जा रहा हैं की आने वाले दीपोत्सव के दौरान इसकी भी घोषणा हो सकती हैं।जिसको लेकर अयोध्या के संतों और विहिप द्वारा मांग की गई है।
वही बाबरी मामले के मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी इस मुद्दे पर योगी सरकार को कदम उठाने की बात कही।वही इसी कड़ी मे विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि इलाहबाद को 450 सौ वर्षो के बाद प्रयागराज किया गया। अब फैजाबाद को भी अयोध्या करने का प्रयास योगी सरकार द्वारा किया जा रहा हैं।अयोध्या के सभी साधू संतो कि मांग हैं कि यह जिला अयोध्या के नाम से जाना जाये ,क्यों कि यह विश्व की सांस्कृतिक व् धार्मिक राजधानी रही है।
जिस प्रकार से आज देश में आजादी मिलने के बाद भी कई स्थानों पर गुलामी के चिन्ह मौजूद हैं ,जिन को समाप्त करना बहुत आवश्यक है क्यों कि अब देश गुलामी काल में जीवित नहीं रह सकता और परतंत्रता वाले प्रतीक चिन्हों को हटाकर स्वतन्त्र रूप से विकसित करना चाहिए।गुलामी के प्रतीक चाहे सड़क हो पार्क हो या शहर का नाम उन्हें समाप्त करना चाहिए और उनका नामकरण नए सिरे से होना चाहिए।हमें आशा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार इस कार्य को जरूर पूरा करेगी।शरद शर्मा ने कहा कि सुनने में आ रहा हैं की इलाहबाद का नाम बदल कर प्रयाग राज होने के बाद अन्य कई जिलो का भी नाम बदला जाना हैं जिसमे फैजाबाद भी शमिल हैं।
माना जा रहा हैं की आने वाले दीपोत्सव के दौरान यूपी सरकार घोषणा कर कर सकती हैं और यदि इस प्रकार कि घोषणा हजारो संतो के सामने होती है तो यह स्वागत योग्य कदम हैं और हम इसका जोरदार स्वागत करेंगे।
जबकि अयोध्या विवाद के मुस्लिम पक्षकार इक़बाल अंसारी ने कहा कि फैजाबाद का नाम बदल कर अयोध्या किया जाना हैं इसको लेकर कोई ऐतराज नहीं हैं लेकिन यदि नाम बदला जाये तो इसके साथ अयोध्या का विकास भी किया जाये।
अयोध्या पहले नगर निगम बना दिया गया और अब जिला बनेगा. तथा बताया कि हम अयोध्या में मंदिर मस्जिद के नाम पर हो रही राजनीति ख़त्म हो. और नगर का पूर्ण रूप से विकास हो. इसके साथ लोग अयोध्या को झोपड़ पट्टी कि तरह देखते हैं यह सभी समाप्त हो. कहा कि हम जानते हैं नाम बदलने से कोई फायदा नहीं होता विकास से फायदा होता हैं. इसलिए अयोध्या के चहुंमुखी विकास के बारे मेे योजना बनाये।


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