शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। जिलेे के लालगंज नगर पंचायत के अझारा क़स्बे में मंगलवार की देर रात काव्य संगम के बैनर तले एक विराट कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया। जिसमें विभन्न जनपदों के कवियों और शायरों ने शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि प्रभारी एमएलसी स्नातक बृज किशोर शुक्ल, विशिष्ट अतिथि उप जिला मजिस्ट्रेट दिनेश मिश्र तथा क्षेत्राधिकारी ओपी द्विवेदी तथा अति विशिष्ट अतिथि रूलर्स बार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ल व चेयरमैन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी रहे। महक जौनपुरी की वाणी वंदना से शुरू हुए इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता अवधी के पुरोधा अनीस देहाती ने तथा संचालन ओजकवि अंजनी अमोघ ने किया।
वी मार्ट के रिटेल मैनेजर सुशील तिवारी ने सभी कवियों को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। सुल्तानपुर से पधारे कवि पुष्कर की पंक्तियाँ एकता हमारे देश की है बेमिसाल अब, देश का विचार भी अखण्ड होना चाहिए। देश के प्रत्येक जाति धर्म का स्वरूप देख, हर्ष होना चाहिए घमंड होना चाहिए। लोगों को झकझोरती दिखीं। संतोष सिंह का व्यंग्य शहीद की विधवा चिल्लाती है कोई नहीं सुनता, सराहा गया। चर्चित कवि अनुज नागेन्द्र की पंक्तियाँ सियासत आसमाँ की चाँद और तारे समझते हैं, बनावट और अदाकारी को अब सारे समझते हैं। जलाना इनकी फ़ितरत है जलाकर राख कर देंगे, कहाँ छप्पर की मज़बूरी को अंगारे समझते हैं। यह पंक्ति लोगों के सर चढ़कर बोलती नज़र आयीं। युवा शायर व आयोजक अनूप प्रतापगढ़ी ने पढ़ा बूंदों में जो पिघल जाये वो फ़ौलाद नहीं है, माँ की ममता उनसे पूँछो जिन्हें कोई औलाद नहीं है।। तो लोगों ने तालियों से खूब इस्तक़बाल किया।
छंदकार फ़ैयाज़ परवाना ने क़ौमी एकता पर छंद पढ़े। महक जौनपुरी की पंक्तियाँ अभी तो चाँद है निकला अभी तो रात बाक़ी है न जाओ तुम अभी ठहरो अभी कुछ बात बाक़ी है। सुनाकर लोगों के दिल पर राज करती दिखीं। कुशल संचालक अंजनी अमोघ ने धरा से उठो गगन चूम लो तिरंगे से लिपटा बदन चूम लो, से वंदेमातरम का जयघोष किया। अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि अनीस देहाती ने भगवान राम पर एक अवधी कविता सुनाकर सबको भक्ति रस में सराबोर कर दिया। इससे पूर्व क्षेत्र के अनेक सम्मानित पत्रकारों और साहित्यकारों का सारस्वत अभिनंदन किया गया।


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