अखिलेश्वर तिवारी
मृतक सावक को डीएफओ ने बताया फिशिंग कैट
घटनास्थल पर नहीं पहुंचा कोई भी विभागीय कर्मचारी
बलरामपुर पचपेड़वा ।। वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है । मामला है पावरभाभर रेंज के अंतर्गत थाना पचपेड़वा क्षेत्र में एनएच 730 बौद्ध परिपथ पर एक संरक्षित वन्य जीव के दुर्घटना में मौत का । दरअसल शनिवार की शाम पचपेड़वा से पहले वह रहे हड़हा नाला पुल के पास एनएच 730 बौद्ध परिपथ पर किसी अज्ञात वाहन ने एक तेंदुए के सावक को ठोकर मार दी । ठोकर लगने के बाद सावक की दर्दनाक मौत हो गई । घंटों लावारिस शावक का शव पड़ा रहा । स्थानीय लोगों ने फोन पर पुलिस तथा वन विभाग को सूचना दी । सूचना पाकर थाना पचपेड़वा की पुलिस मौके पर पहुंच गई परंतु जिम्मेदार विभाग वन विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके तक नहीं पहुंचा । क्षेत्रीय वन अधिकारी अच्युतानंद मिश्र ने स्वयं मौके पर ना आकर लकड़ी का ठेका कर रहे एक आरा मिल मालिक अरफात को मौके पर भेजा और उन्हीं की गाड़ी से मृतक सावक को रेंज कार्यालय पर मंगवा लिया ।
वन विभाग के कर्मियों की इस लापरवाही पूर्ण रवैया से स्थानीय लोग हतप्रभ हैं । इस पूरे मामले पर जिला वन अधिकारी रजनीकांत मित्तल से बात की गई तो उन्होंने बताया की दुर्घटना में मृतक शावक फिशिंग कैट है और मौके पर अच्युतानंद मिश्र पहुंचे हुए थे । यदि वह मौके पर नहीं पहुंचे हैं और गलत रिपोर्टिंग की है तो इस पूरे प्रकरण की जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी घटनास्थल पर उन्हें पहुंचना ही चाहिए था । प्रत्यक्षदर्शी सनातन धर्म पांडे ने बताया कि ट्रक की चपेट में आने से सावक घायल हुआ है और थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो गई । घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया था ।
उन्होंने बताया कि वन विभाग का कोई भी 1 कर्मचारी मौके तक नहीं पहुंचा । उन्हीं के गांव बिशुनपुर टनटनवा निवासी अरफात जो लकड़ी की ठेकेदारी करते हैं तथा आरा मशीन चला रहे हैं उन्हीं के माध्यम से सावक के शव को ले जाया गया है । घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्राइवेट व्यक्ति को सावक को उठाने से मना भी किया था परंतु फोन पर किसी से वार्ता के बाद सावक के शव को पुलिसकर्मियों ने ले जाने दिया है ।
घटनास्थल पर नहीं पहुंचा कोई भी विभागीय कर्मचारी
बलरामपुर पचपेड़वा ।। वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है । मामला है पावरभाभर रेंज के अंतर्गत थाना पचपेड़वा क्षेत्र में एनएच 730 बौद्ध परिपथ पर एक संरक्षित वन्य जीव के दुर्घटना में मौत का । दरअसल शनिवार की शाम पचपेड़वा से पहले वह रहे हड़हा नाला पुल के पास एनएच 730 बौद्ध परिपथ पर किसी अज्ञात वाहन ने एक तेंदुए के सावक को ठोकर मार दी । ठोकर लगने के बाद सावक की दर्दनाक मौत हो गई । घंटों लावारिस शावक का शव पड़ा रहा । स्थानीय लोगों ने फोन पर पुलिस तथा वन विभाग को सूचना दी । सूचना पाकर थाना पचपेड़वा की पुलिस मौके पर पहुंच गई परंतु जिम्मेदार विभाग वन विभाग का कोई भी कर्मचारी मौके तक नहीं पहुंचा । क्षेत्रीय वन अधिकारी अच्युतानंद मिश्र ने स्वयं मौके पर ना आकर लकड़ी का ठेका कर रहे एक आरा मिल मालिक अरफात को मौके पर भेजा और उन्हीं की गाड़ी से मृतक सावक को रेंज कार्यालय पर मंगवा लिया ।
वन विभाग के कर्मियों की इस लापरवाही पूर्ण रवैया से स्थानीय लोग हतप्रभ हैं । इस पूरे मामले पर जिला वन अधिकारी रजनीकांत मित्तल से बात की गई तो उन्होंने बताया की दुर्घटना में मृतक शावक फिशिंग कैट है और मौके पर अच्युतानंद मिश्र पहुंचे हुए थे । यदि वह मौके पर नहीं पहुंचे हैं और गलत रिपोर्टिंग की है तो इस पूरे प्रकरण की जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी घटनास्थल पर उन्हें पहुंचना ही चाहिए था । प्रत्यक्षदर्शी सनातन धर्म पांडे ने बताया कि ट्रक की चपेट में आने से सावक घायल हुआ है और थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो गई । घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया था ।
उन्होंने बताया कि वन विभाग का कोई भी 1 कर्मचारी मौके तक नहीं पहुंचा । उन्हीं के गांव बिशुनपुर टनटनवा निवासी अरफात जो लकड़ी की ठेकेदारी करते हैं तथा आरा मशीन चला रहे हैं उन्हीं के माध्यम से सावक के शव को ले जाया गया है । घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्राइवेट व्यक्ति को सावक को उठाने से मना भी किया था परंतु फोन पर किसी से वार्ता के बाद सावक के शव को पुलिसकर्मियों ने ले जाने दिया है ।

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