अमरजीत सिंह
फैजाबाद।खण्डासा थाना क्षेत्र के चंदौरा गांव में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ते बिगड़ते बचा दशहरे के दिन में लगभग 9:00 बजे सम्प्रदाय बिशेष के लोगों ने 200 वर्ष पुराने काली माई मंदिर पर मुर्गे की बलि चढ़ाकर अपवित्र करने का प्रयास किया उसके बाद मांस को ले जाकर मस्जिद के पीछे स्थित मदरसे में मांस पका रहे थे वाकया देख रही एक महिला ने ग्रामीणों को इस मामले की सूचना दी इसके बाद पूरे गांव में तनाव फैल गया और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ मदरसे की ओर चल पड़ी
जहाँ मौलवी मांस पका रहा था पहले इन लोगों ने भीड़ से गाली गलौज किया लेकिन भीड़ बढऩे पर भाग खडे हुए घटना के बाद पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत किया और राम अमीरे पुत्र हरिप्रसाद की तहरीर पर शाहवाद पुत्र अफजाल शोएब पुत्र इकबाल व मौलवी निवासी मीरापुर रुदौली के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए शाहबाद और शोएब को गिरफ्तार कर लिया जबकि कथित मौलवी फरार बताया गया है मौलवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई है घटनास्थल पर तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है
क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर रुचि गुप्ता उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर केडी शर्मा थानाध्यक्ष खंडासा अनीश कुमार चौहान दल बल के साथ मौके पर डटे हुए हैं गांव में स्थिति सामान्य हो गई है एहतियात के तौर पर फोर्स तैनात की गई है क्षेत्राधिकारी- इस संबंध में क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर रुचि गुप्ता ने बताया कि धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है जिसमें 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा फरार मौलवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई है गांव में शांति बहाल है एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है
नहीं है मदरसे की मान्यता
पूरे प्रकरण के विवाद की जड़ बने मदरसे के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि मदरसे की कोई मान्यता नहीं है और यह चंदौरा गांव में स्थित मस्जिद के पीछे एक आवासीय भवन में चलाया जाता है उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर केडीशर्मा ने बताया कि मदरसे की मान्यता और कागजात के प्रकरण के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जा रहा है मंदिर परिसर की साफ सफाई करा दी गई और वहाँ पहले की तरह पूजा अर्चना शुरू हो गई है


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