रमेश कुमार मिश्र.
गोण्डा: जिले में स्वच्छ भारत मिशन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जारही है।वो भी सरकारी कारिन्दो द्वारा।जहाँ सरकार के ही दप्तर/आफिस बने हुए है।व सफाई कर्मी से लेकर वीडियों तक आते जाते है।या यो कहे की पंचायतीराज के सारे अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहते है।
फिर भी गेट पर लगा कूढ़े का ढ़ेर ये बताने के लिए काफी है की मोदी सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को अमल में लाने को कितना सजग दिखाई देरहे है।जिसका खामियाजा जिले को पहले ही मिल चुका है।और देश में सबसे गन्दे जिले के रूप में घोषित हो चुका है फिर भी कोई जिम्मेदार अधिकारी/जनप्रतिनिधि ध्यान नही देरहे है।जबकि पूरे जिले में सत्ता पक्ष के विधायक/सांसद मौजूद है।और तो और कुढ़े का ढ़ेर जिले के अधिकारियों के नाक के नीचे लगा हुआ है।
बताते चले की गोण्डा जिले के झझरी ब्लाक के जिला ग्राम्य विकास संस्थान गेट के सामने कूढ़े का ढ़ेर लगा हुआ है।जहाँ जिले के सारे अधिकारी आते जाते रहते है।व विधायक/सांसद भी ब्लाक के बगल बनी सड़क से फर्राटा भरते हुए निकलते है।लेकिन गेट के सामने लगा कूढ़े का ढ़ेर किसी के नजर में नही आता है।जो खुलेआम मोदी सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहा है।सरकारी कारिन्दे ही स्वच्छता को पलीता लगा रहे है।
यही कारण है की गोण्डा जिला देश का सबसे गन्दा जिला घोषित हुआ है।क्योकि इस जिले में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी/जनप्रतिनिधि सरकार की बनाई गयी योजनाओं को धरातल पर अमल में लाने को तैयार नही है।और तो और पूछने पर ब्लाक के अधिकारी कर्मचारी व सफाईकर्मी आग बबूला हो जाते है।जबकि सरकार सफाई पर करोड़ो रूपया पानी की तरह बहा रही है।जिसका फायदा सरकार के कारिन्दे उठाकर सफाई से मुह मोड़ रहे है।
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