अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर का लगभग 90 किलोमीटर क्षेत्र भारत नेपाल सीमा से सटा हुआ है सीमावर्ती क्षेत्र में 65 किलोमीटर क्षेत्र ऐसा है जिसमें घने जंगल तथा पहाड़ियां हैं । घने जंगलों के किनारे बसे गांव में आए दिन तेंदुए तथा जंगली जीवो की उपस्थिति बराबर दर्ज की जाती है । जंगली जीव तथा तेंदुए के हमले से विगत कुछ महीनों में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो चुके हैं । अभी एक सप्ताह पहले बलरामपुर से सटे हुए श्रावस्ती के गांव बालू गांव में एक लड़की की तेंदुए के हमले में मौत हो चुकी है ।
ताजा मामले में आज भोर में तेंदुए के हमले से बलरामपुर जिले के विनोहनी खुर्द गांव में एक 12 वर्षीय बालक की मौत हो गई तथा उसी के बगल के गांव अतरपरी में एक वृद्ध महिला हमले में घायल हो गई । तेंदुए के लगातार हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो चुका है ।
बलरामपुर के सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग के बनकटवा रेंज में सोमवार की देर रात विनोहनी खुर्द गांव में एक तेंदुए ने हमला करके 13 वर्षीय अफसर अली को उस समय घायल कर दिया जब वह अपने मां समसुन निशा के साथ सो रहा था । तेंदुए के हमले के तुरंत बाद घायल अफसर अली की दर्दनाक मौत हो गई । गांव वालों के शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से फरार हो गया और थोड़ी देर बाद पास के गांव अतरपरी में एक घर पर हमला कर दिया जिससे 90 वर्षीय राजकुमारी बुरी तरह से घायल हो गई । यहां पर भी गांव वालों ने शोर मचा कर तेंदुए को खदेड़ा जिसके बाद तेंदुआ जंगल में चला गया । सूचना पाकर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए ।
घायल महिला की इलाज अस्पताल में चल रहा है वहीं मृतक बालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । जिला वन अधिकारी रजनीकांत मित्तल ने बताया कि मृतक के परिजनों को नियमानुसार आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी तथा घायल की इलाज की भी व्यवस्था कराई जा रही है । उन्होंने कहा कि जंगल से सटे हुए गांव में लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि लोग अपने घरों के दरवाजे को खोल कर ना रखें और सतर्कता बरतते रहे । उन्होंने जंगली जीवो के जंगल से बाहर आने के बारे में बताया कि जंगल के लगातार सिमटने के कारण जंगली जीव जंगल से बाहर की ओर पलायन कर रहे हैं । आसपास के गांव के लोगों को गोष्ठियों तथा पंपलेट व पोस्टर के माध्यम से जागरूक करने का बराबर प्रयास किया जा रहा है ।
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