पुलिस संरक्षण में क्षेत्र में खुलेआम धधक रहीं अवैध कच्ची शराब की भट्ठियां
ए. आर. उस्मानी/ सुरेश तिवारी
गोण्डा। पियक्कड़ों की बढ़ती संख्या और कारोबारियों की मोटी कमाई के चलते अवैध कच्ची शराब का कारोबार धानेपुर थाना क्षेत्र में बेखौफ फलफूल रहा है। हालांकि पुलिस इस पर नकेल लगाने का प्रयास भी करती है लेकिन उसे अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाती। वहीं पुलिस से चार कदम आगे बढ़ते हुए शराब माफियाओं ने नया तरीका ईजाद किया है, जिसका खुलासा इलाकाई पुलिस की छापेमारी के दौरान हुआ।
अवैध रूप से बनाई जाने वाली कच्ची जहरीली शराब स्वास्थ्य के लिए घातक तो है ही, साथ ही यह अपराध की भी जड़ है। इस लत के शिकार तमाम लोग चोरी, छिनैती, लूट, राहजनी, हत्या जैसी बड़ी घटनाओं के साथ ही मारपीट, गाली, गौलज, महिलाओं व युवतियों से अश्लीलता, दुष्कर्म जैसी वारदातों को भी अंजाम देते हैं। भले ही शासन प्रशासन इस कारोबार पर रोक लगाने के लिए सख्त चेतावनी जारी कर रखा है, लेकिन इसके बावजूद इस अनैतिक कार्य पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। शराब के कारोबारी बेखौफ होकर इस धंधे को परवान चढ़ा रहे हैं।
धानेपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत नौव्वा गांंव, मजरे बरईन पुरवा, मोफिया सहित दर्जनों गांवों में शराब की भट्ठियां धधकती रहती हैं, जिसके चलते बीती रात बरईन पुरवा में दो पियक्कड़ों के बीच जमकर मार पीट हुई। बीच बचाव करने पहुंचे लोगों को भी चोटें आयीं। बढ़ते विवाद के चलते लोगों को रात ही में डायल 100 पर सूचना देनी पड़ी। बताते हैं कि मारपीट करने वाला आपराधिक प्रवृत्ति का युवक विक्रम पुत्र दीन दयाल को पुलिस साथ लेकर चली गई, जबकि चोटिल शम्भू का एक निजी चिकित्सक के यहां इलाज कराया गया।
विगत दिवस फ्लैग मार्च के दौरान जब पुलिस बल गांव में पहुंचा तो भनक लगते ही कारोबारी भाग निकले, जबकि मौके पर शराब बनाने के उपकरण, दर्जनों धधकती भट्ठियों तथा शराब बनाने के अन्य उपकरणों को नष्ट किया गया था। सूत्रों की मानें तो इस कारोबार में पुलिस और कारोबारी के बीच तालमेल रहता है, जिससे धन्धा चलता रहता है। पुलिस द्वारा लहन नष्ट करना और भट्ठियां तोड़ना मात्र दिखावा है।


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