आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। एक तरफ शासन व प्रशासन स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण पर बडे पैमाने पर धन खर्च कर रही है तो दूसरी तरफ खुले मे शौच को रोकने के लिए जन जागरुकता अभियान चलाकर पंचायत प्रतिनिधियों व आम आवाम को जनजागरुक कर रही हैं उसके बाद भी जिम्मेदार लापरवाही का परिचय दे रहे हैं। ताजा मामला ग्राम पंचायत कौआठोर का है। जिसमे ग्रामप्रधान और जिम्मेदार अधिकारी ग्राम को जुगाड़ से ओडीएफ की श्रेणी में कर लिया गया है जबकि अभी भी अधूरे शौचालय से ग्रामीण खुले में जाने को मजबूर है।
ओडीएफ ग्राम के अधूरे शौचालय स्वच्छ भारत मिशन को असफल कर रहै हैं। विकास खंड मेंहदावल के कौवाठोर ग्राम के ओडीएफ होने बाद भी 6 माह से अपूर्ण शौचालय कुछ अलग ही जमीनी स्थिति बयां कर रहे है। आश्चर्य यह है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत केन्द्र व प्रदेश सरकार की जनजागरुकता अभियान का हिस्सा होने के बाद भी ग्राम प्रधान खुले मे शौच को रोकने के लिए प्रतिबद्व नही हो पा रहे हैं। केन्द्र सरकार लगातार ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों मे शौचालय निर्माण के रुप मे अनुदान दे रही है और अब तक अरबो रुपये शौचालय निर्माण पर खर्च होने के बाद भी गांव मे शौचालय का बुरा हाल देखने को मिल रहा हैं।
जबकि अनेको परिवार आज भी शौचालय से वंचित है। शौचालय मद मे आयी धनराशि खाते से आहरण होने के बाद भी शौचालय का अधूरा निर्माण व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा हैं। वही शौचालय निर्माण योजना की देखभाल व जिम्मेदारी संभालने वाले अफसरानो की कार्यशैली कटघरे मे खडा हो रही हैं। इस बाबत ग्रामवासी रामभजन, रामसजन, रामलाल, धर्मेंद्र, रमेश, लालबिहारी आदि का कहना है कि शौचालय का धन लाभार्थियों के खाते में आया था जिसे ग्रामप्रधान ने निकलवा लिया और शौचालय के निर्माण को कई महीनों से पूर्ण नही किया गया। ग्रामीणों द्वारा अनेको बार शौचालय को पूर्ण करवाने की गुहार लगाई गई लेकिन कोई भी प्रभाव प्रधान के ऊपर नही पड़ रहा है। जबकि धन को कई माह पूर्व ही निकाला जा चुका है।
इसके साथ ही कई परिवार के पास अपने शौचालय का सपना अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है। जिससे स्वच्छ भारत मिशन कैसे पूर्ण होगा। जबकि कागजो में ओडीएफ ग्राम घोषित हो चुका है। ग्रामीणो ने ग्रामप्रधान पर आरोप लगाया कि पात्र होने के बाद भी अनेको परिवार को शौचालय नही दिया है। इस बाबत जब एडीओ पंचायत मोइनुद्दीन सिद्दीकी से बात किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि ग्रामपंचायत कौवाठोर का मामला जानकारी में आया है और इसकी स्थलीय जांच करवाकर संबंधित जिम्मेदार के विरुद्ध उचित कार्यवाही किया जाएगा।


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