दुर्गा सिंह पटेल
मसकनवा गोण्डा। मसकनवा क्षेत्र में नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरयू नहर खंड 4 में पानी छोड़े जाने से किसानों के सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गयी। करीब दो सौ बीघे फसलों में पानी पूरी तरह पानी लबालब भर गया पानी का बहाव रानीजोत के मजरे सहित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय,प्राथमिक विद्यालय,जूनियर विद्यालय और निर्मल नीर योजना के तहत लगे टंकी तक पहुंच गया।
किसानों ने बताया कि नहर के पटरी मंगलवार की रात करीब सात बजे दो ज्ञानीपुर और रानीजोत में जगह पानी का रिसाव शुरू हो गया। जैसे जैसे पानी के आने की रफ्तार तेज हुई। वैसे ही नहर की पटरी कट गयी। किसानों कटान की सूचना नहर विभाग के जेई अनुग्रह रॉय दी उन्होंने रात ही में आकर कटान को देखकर चले गए रात भर नहर कटती रही और रानीजोत गॉव जलमग्न होता रहा लेकिन जेई साहब को इसकी कोई परवाह नही रही किसानों के एक्शन आने के बाद नहर विभाग के उच्चधिकारी हरकत में आये और कटे हुए बंधे को जेसीबी के माध्यम से दुरुस्त करवाया गया।
किसानों की खड़ी फसल जलमग्न होने किसानों ने रानीजोत के लेखपाल शिवकुमार पाण्डेय को सूचना दी उन्होंने ने बताया कि जलमग्न हुए फसल का आंकलन किया जा रहा जमीन में खड़े फसलों का नुकसान हुआ है।उन्होंने बताया कि जिन-जिन किसानों के फसलों का नुकसान हुआ है।उनकी रिपोर्ट बनाई जा रही है।जिसे उपजिलाधिकारी मनकापुर को सौंपी जाएगी। किसानों ने बताया कि खेतों में सब्जियां,गन्नों में पानी भर गया है। वही विभाग के सहायक अभियंता जे ई अनुग्रह राय ने बताया कि नहर में पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है।और टूटे हुए पटरी की मरम्मत कराई जा रही है।
फसल जलमग्न होने से क्षेत्र के किसान कौशल किशोर,राधेरमण मिश्र,चन्द्र मणि शुक्ल,जग नरायण शुक्ला,महाजन शुक्ला,वासुदेव,कल्लू, दुलहन,निहोरे,गजई गुप्ता,दयाराम,दरगाही और विजय सहित दर्जनों किसानों की खड़ी फसल जल मग्न हो गयी। किसानों का कहना है कि विभागीय लापरवाही के कारण हम लोगों को तवाही का दंश झेलना पड़ रहा है।।
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