आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने कहा कि जिले के सभी चिकित्सालयों को तम्बाकू रहित जोन में परिवर्तित करना हम सभी लोगों का लक्ष्य है। सभी चिकित्साकर्मी और चिकित्साधिकारी इसे अमल में लाएं, तभी तम्बाकू मुक्त भारत की संकल्पना को साकार किया जा सकता है।
उक्त बातें उन्होने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला सीएमओ कार्यालय के सभागार में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होने कहा कि तम्बाकू हमारे शरीर के लिए घातक है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के दौरान यह निर्देश दिया था कि चिकित्सालयों को तम्बाकू रहित जोन बनाया जाए। इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा ने कहा कि तम्बाकू से शरीर पर अनेक दुष्प्रभाव पड़ते हैं। आदमी के फेफड़े खराब हो जाते हैं। साथ ही वह कैंसर जैसी बीमारियों के चपेट में आ जाता है। तम्बाकू से पूरे समाज को मुक्त करना अति आवश्यक है। संक्रामक रोग प्रभारी डॉ ए के सिन्हा ने कहा कि समाज को तम्बाकू से पूरी तरह से मुक्त करना हम सभी लोगों का दायित्व है। इस दायित्व का निर्वहन करना हम चिकित्सकों की जिम्मेदारी है। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कहा कि तम्बाकू की लत किसी को डराकर नहीं छुड़ाई जा सकती है। बल्कि उसकी बेहतर काउन्सिलिंग करके उसकी लत को छुड़ाया जा सकता है। इस दौरान हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। सभी ने हस्ताक्षर करके तम्बाकू निषेध पर अपने स्लोगन लिखे तथा लोगों से तम्बाकू छोड़ने की अपील की।
कार्यक्रम में डॉ महेश प्रसाद, डॉ ओ पी चतुर्वेदी, डॉ आर पी राय, डॉ एसपी सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ संतोष कुमार त्रिपाठी, डॉ अनुरोध पाठक, डॉ मुबारक अली, डॉ अबू बकर, सुरजीत सिंह, आरकेएसके समन्वयक दीनदयाल वर्मा, डॉ तन्वंगी मणि त्रिपाठी, अविनाश त्रिपाठी, मनीष मिश्रा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
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