अनिता गुलेरिया
दिल्ली :देश के सबसे बड़े अखिल भारतीय-आयुर्वेदिक संस्थान मे दो दिसंबर को प्रतिरोपण प्रतिरक्षा एवं प्रतिरक्षा अनुवांशिकी विभाग व गठिया रोग विभाग द्वारा किए गए पहले सेमिनार रोगी-शिक्षण कार्यक्रम (रोशिका) का उद्घाटन एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया द्वारा किया गया,उन्होंने सेमिनार में अलग-अलग राज्यों से आए हुए मरीजों को गठिया-रोग बीमारी के लक्षणों और रोग निवारण-उपचार पर प्रकाश डालते हुए कहा,हमारा सेमिनार के जरिए मरीजों और डॉक्टरों का आपस में सही तालमेल व मरीजों को बीमारियों के लक्षणो के प्रति सही से जागृत करना मुख्य उद्देश्य है,ताकि उनकी इस जागरूकता से और लोगों मे बीमारियों को ज्यादा बढने से जितना ज्यादा हो सके बचाया जा सके,प्रतिरक्षा-अनुवांशिकी विभाग के प्रोफेसर डी.के मित्रा ने इस सेमिनार को मरीजों के लिए अति-लाभप्रद बताया, प्रोफेसर बी.के बहल,डॉ दिव्या तिवारी, प्रोफेसर-चित्रा सार्कर ने अपने विचार-व्यक्त किए । गठिया-विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रंजन गुप्ता से मरीजों ने बीमारी से संबंधित अपने अनुभव सांझा किए,और इस बीमारी को लेकर कुछ सवाल भी किए । डॉक्टर रंजन गुप्ता ने मरीजों द्वारा बीमारी को लेकर किए गए प्रश्नों के उत्तर को बहुत ही सहजता से व सरल तरीके से बीमारी के लक्षणों को समझाते हुए,दवाई के गुणों पर की गई चर्चा से सभी मरीज पूरी तरह से संतुष्ट नजर आए । मीडिया-समक्ष बताते हुए डॉ रंजन गुप्ता ने रोगी-शिक्षण कार्यक्रम (रोशिका) नाम को सही मायने में लोगों द्वारा कभी ना बुलाया जाने वाला समीकरण बताया ।कुछ मरीजो ने डॉक्टर रंजन गुप्ता से अपनी बीमारी का सही उपचार करने हेतु उन का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया और इस सेमिनार को अपनी बीमारी को लेकर एक रामबाण की तरह बताते हुए कहा, हमें यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा,हम आशा करते हैं आगे भी इस तरह के सेमिनार होते रहेंगे । इस तरह कुल मिलाकर रोगी-शिक्षण-कार्यक्रम सेमिनार पूरी तरह से सार्थकमयी रहा ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ