अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर।। कहते हैं रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता। एक यूनिट खूब ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे इंसान को नई जिंदगी दे सकता है। एक स्वस्थ मनुष्य अपने जीवन काल में जब चाहे तब रक्तदान कर सकता है। इसी तरह का एक जुनून बलरामपुर जिले के गौरा चौराहा के रहने वाले व्यवसायी और समाजसेवी सुनील शुक्ला पर सवार है। वह अपने हर जन्मदिन पर न केवल खुद रक्तदान करते हैं बल्कि अपने मित्रों को भी प्रेरित करते हैं और उनसे भी रक्तदान करवाते हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले कई सालों से सुनील शुक्ला ब्लड बैंक जाते हैं, और रक्तदान करके लोगों की जिंदगी बचाने की मुहिम को बलवती बना रहे हैं। सुनील शुक्ला कहते हैं कि अगर हम किसी की जिंदगी बचा सके तो यह बहुत बड़ी बात है। आज के दिन ईश्वर ने मुझे इस दुनिया में भेजा और अपने हिस्से का काम करने के लिए प्रेरित किया। वह कहते हैं कि मुझे रक्तदान करने की प्रेरणा तकरीबन 5 वर्ष पहले तब मिली जब मैंने एक अखबार में पढ़ा कि एक व्यक्ति अपने जन्मदिन के अवसर पर रक्तदान किया करता है। तब से मैंने भी यह प्रण लिया कि मैं भी अपने जन्मदिन पर रक्तदान किया करूंगा। वह कहते हैं कि इसके पीछे मेरा केवल एक ही मकसद है कि मेरे पास समाज को देने के लिए जो कुछ भी है, वह मैं दे सकूँ। यदि मैं रक्तदान कर सकता हूं तो कई जिंदगियां बचा सकता हूँ। सुनील के इस कार्य की लोग काफी सपना भी कर रहे हैं ।



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