शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। लाकडाउन के मद्देनज़र घर में परिजनों ने व्यक्तिगत दूरी का पालन करते हुए शिक्षा और जागरूकता पर दिया जोर। कोरोना वायरस से बचने-बचाने का लिया संकल्प।
सर्वप्रथम भगवान बुद्ध, ज्योतिबाराव एवं माता सावित्रीबाई फुले के चित्रों के समक्ष मोमबत्ती प्रज्वलित की गई।
सृजना साहित्यिक संस्था उत्तरप्रदेश द्वारा दलितों, पिछड़ों, गरीबों एवं महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाने वाले तथा जाति, वर्ण, भेदभाव, ऊंच नीच के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले महान समाज सुधारक क्रांतिसूर्य ज्योतिबाराव फुले जी की जयंती सृजनाकुटीर, अजीतनगर में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। शिक्षा और अधिकारों से वंचित बहुसंख्यक समाज के लिए किए उनके मूल्यवान कार्यों पर चर्चा हुई । अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार डॉ० दयाराम मौर्य 'रत्न' ने कहा कि खुशहाल समाज और देश के लिए बिना किसी भेदभाव के सबको शिक्षा, अधिकार तथा आगे बढ़ने के अवसर मिलने चाहिए।संचालन जितेन्द्र कुमार मौर्य ने किया। इस मौके पर श्रीमती निर्मला मौर्य, मीना मौर्य, कंचन मौर्य, सिद्धांत शेखर मौर्य, नीरांजलि मौर्य 'परी' ने विचार प्रस्तुत किया।
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