अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्रा
जनपद बलरामपुर में समाजवादी पार्टी द्वारा सरकार के गलत नीतियों के विरोध में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर जिले के तीनों तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जोरदार विरोध दर्ज कराया गया। तीनों तहसीलों पर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए सरकार की नीतियों का विरोध किया गया। जिला मुख्यालय पर पूर्व मंत्री डॉक्टर शिवप्रताप यादव, पूर्व विधायक जगराम पासवान तथा जिला अध्यक्ष रामनिवास मौर्या के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन उप जिला अधिकारी नरेंद्र नाथ यादव को सौंपा गया । तहसील तुलसीपुर में पूर्व विधायक मसूद खान, युवा नेता राकेश यादव व पूर्व जिला अध्यक्ष ओंकार नाथ पटेल के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया । वहीं उतरौला तहसील मुख्यालय पर पूर्व विधायक अनवर महमूद के नेतृत्व में सपाइयों ने धरना प्रदर्शन करते हुए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा ।
जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर जिले के तीनों तहसील मुख्यालयों पर सपा नेताओं ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया । जिला मुख्यालय पर पूर्व मंत्री डॉक्टर एस पी यादव, पूर्व विधायक जगराम पासवान, जिला अध्यक्ष रामनिवास मौर्या सफीउल्लाह खान, शानू खान, अंकित व रोहित पाल सहित तमाम समाजवादी नेता व कार्यकर्ताओं ने तहसील गेट पर धरना प्रदर्शन किया । सपा नेताओं को तहसील गेट के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई । उप जिला अधिकारी नरेंद्र नाथ यादव ने तहसील गेट पर आकर ही ज्ञापन प्राप्त किया और ज्ञापन को राज्यपाल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया । पूर्व मंत्री डॉक्टर शिवप्रताप यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के योगी सरकार पूरी तरह से विफल है । कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है । किसानों, नौजवानों, गरीबों, मजलूम व व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है। समाजवादी नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है और फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने बताया कि तीनों तहसील मुख्यालयों पर 16 सूत्री मांग पत्र राज्यपाल को संबोधित उप जिलाधिकारी को सौंपा गया है। ज्ञापन में मांग की गई है कि किसानों की समस्याओं को दूर किया जाए, नया किसान बिल वापस लिया जाए, नौकरियों में संविदा व्यवस्था समाप्त की जाए, नौजवानों को नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएं, व्यापारियों को सहूलियत दी जाए, बिजली की समस्या दूर की जाए, गन्ना किसानों का भुगतान तत्काल कराया जाए, शोषण अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले समाजवादी नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमों को समाप्त करके जेल भेजे गए नेताओं को तत्काल रिहा किया जाए। उन्होंने आगाह किया कि यदि सरकार समय से नहीं चेती तो समाजवादी सड़कों पर उतर कर प्रदेश व्यापी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे ।
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