गांव निवासी व हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता ने मुख्यमंत्री, डीएम से शिकायत करते हुए निर्माण कार्य रोकने की किया मांग
हाड़ा विकास
सिद्धार्थनगर:बढ़नी क्षेत्र के ग्राम पचमोहनी के पास एनजीटी के नियमों की अनदेखी कर घनी आबादी के काफी नजदीक ईंट भट्टे का निर्माण किया जा रहा है। उक्त निर्माण कार्य की ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत करते हुए निर्माण कार्य को रोकवाने की मांग की है।
बढ़नी क्षेत्र के ग्राम पचमोहनी निवासी व हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता विवेक सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत करते हुए लिखा है कि पचमोहनी गांव में एक ईंट भट्टे का निर्माण किया जा रहा है। जो उत्तर प्रदेश ईंट भट्ठा स्थापना हेतु स्थल मापदंड नियमावली 2011 की अनदेखी कर 12 सौ आबादी वाले पचपोहनी गांव से मात्र चार सौ मीटर की दूरी पर बनाया जा रहा है। इसके अलावा भट्ठा निर्माण स्थल से मात्र 150 मीटर की दूरी पर 100 फलदार वृक्षों का एक बाग स्थित है। उन्होंने लिखा है कि जिस स्थान पर ईंट भट्टे का निर्माण किया जा रहा है वहां से 300 मीटर की दूरी पर धार्मिक स्थल राम जानकी मंदिर और कुटी स्थित है। जहां पर प्रतिवर्ष एक बड़े धार्मिक मेले का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा यह प्रादेशिक राजमार्ग से मात्र 150 मीटर ही दूर है। उक्त भट्ठा निर्माण से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों की अनदेखी है, साथ ही पर्यावरण को भारी नुकसान होगा। इसके अलावा उन्होंने जिलाधिकारी, डीएफओ, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत अधिकारी को भी लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने उक्त सभी से जांच कर निर्माण कार्य को रोकने की मांग की है।
भट्ठा संचालन के लिए एनजीटी के मानक
- एक किलोमीटर परिधि में डेढ़ सौ से अधिक आबादी की बस्ती नहीं होनी चाहिए।
- स्टेट हाईवे से ईंट-भट्ठे की दूरी कम से कम टीन सौ मीटर होना चाहिए।
- एक भट्ठे से दूसरे भट्ठे की दूरी 800 मीटर से कम की न हो।
- वन विभाग और जिला पंचायत से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होता है।