रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। कंपोजिट विद्यालय बीआरसी परिसर करनैलगंज में तहसील स्तरीय दिव्यांग बच्चों के लिए उपकरण वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही रहे। संचालन जिला समन्वयक समेकित शिक्षा राजेश कुमार सिंह ने किया।
कार्यक्रम में 231 दिव्यांग बच्चों को 283 सहायक उपकरण का वितरण किया गया। समारोह में दूरदराज से आए कक्षा 1 से 8 तक पढ़ने वाले 6 से 14 आयु वर्ग के दिव्यांग छात्र छात्राओं को यह उपकरण दिए गए। ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी, सीपी चेयर, श्रवण यंत्र, ब्रेल किट, फोल्डिंग केन, स्मार्ट केन, रोलेटर सहित कई अन्य उपकरण पाकर जरूरतमंद छात्र-छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान आई वहीं उनके अभिभावकों ने प्रशासन का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने संबोधन में कहा कि प्राथमिक शिक्षा में संसाधनों की कमी थी। मगर अब ऐसा नही है, सुविधाओं को सभी सुविधाओं को जमीनी स्तर पर उतारना है। शिक्षक इसमे कोई कोताही न करें। बच्चों को पढ़ाने व बढ़ाने में शिक्षक कोई लापरवाही न करें। दस प्रतिशत बच्चे जो समाज मे पीछे रह जाते हैं उन्हें भी समाज मे बराबरी का दर्जा दिया जाय। एलिम्को के सहयोग से उपकरण का वितरण हो रहा है। जितने बच्चों को इसकी आवश्यकता जोगी सभी को मुहैया कराया जाएगा। इसके जरूरत पड़ने पर सरकारी व्यवस्था भी कराई जाएगी।
जबतक एक भी दिव्यांग बच्चा स्कूल से छुटा तो मिशन पूरा नही माना जायेगा। जिला समन्वयक समेकित शिक्षा द्वारा की गई मांग पर डीएम ने कहा कि मंडल स्तर पर गोंडा में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट दिव्यांग बच्चों के लिए आवासीय शिक्षा की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि कैम्प लगाकर दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाएगा, जरूरी उपचार व दिव्यांग प्रमाण पत्र दिलाया जाएगा। बीईओ आरपी सिंह द्वारा गमले में लगा पौधा भेंट करने पर डीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि अब किसी भी प्रोग्राम में बुके या फ्लावर भेंट करने के बजाय पौधा भेंट किया जाएगा। यह जिले में लागू किया जा रहा है। सभी विभाग अनुश्रवण करेंगे। कार्यक्रम को एसडीएम करनैलगंज शत्रुघ्न पाठक, डायट प्राचार्य व प्रभारी बीएसए विनय मोहन वन, बीईओ आरपी सिंह आदि ने सम्बोधन किया। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की बालिकाओं ने बालिका सुरक्षा पर नाटक प्रस्तुत किया। जिसकी प्रसंशा हुई। समेकित शिक्षा के समन्वयक राजेश कुमार सिंह ने सम्बोधन में कहा कि दिव्यांग बच्चे अब बेचारे नही हैं। उनके लिए भरपूर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
पूरे मंडल में दिव्यांग बच्चों के लिए कोई विद्यालय नही है। 8 माह का ब्रिज कोर्स चलाकर उनको पूरी तरह शिक्षित नही किया जा सकता। जिसपर डीएम ने विद्यालय खुलवाने के आश्वासन दिया। इस मौके पर एलिम्को के मनोज कुमार, नीरज कुमार वर्मा,
गणेश गुप्ता, दिनेश कुमार सिंह, अरुण सिंह अध्यक्ष परसपुर विकास मंच सहित तमाम शिक्षक शिक्षिकाएं व बच्चे व अभिभावक मौजूद रहे। अंत में करनैलगंज बीईओ आरपी सिंह ने जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, बीएसए को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
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