वासुदेव यादव
अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में सावन झूला उत्सव का क्रम जारी है। यहां के श्रीलाल साहब दरबार में चल रहा भव्य झूलन महोत्सव का अद्भुत छवि का दर्शन कर भक्तगण कृतार्थ हो रहा है।
इस मन्दिर के महंत रामनरेशशरण महराज के सानिध्य में देर शाम से मध्य रात्रि तक गीत संगीत व नृत्य की त्रिवेणी प्रवाहित हो रही है। श्री महन्त ने बताया कि सावन के दिनों में अपने आराध्य में अवश्य ही झूला झुलाना चाहिए। इससे सभी कष्ट दूर हो जाते है। यहां पर देर रात्रि गायकों ने अपनी गायकी से समा बांध दिए। 'प्यारी झूलन पधारो झूकी आई बदरा। झूकी आई बदरा घेरी आई बदरा।
आई तीज सुहावन प्यारी सियजू पहरी लहरियां साडी। झूलन पिय के संग सिधारी श्रीजनक लली।
हमारे प्यारे लालजी को सिद्ध मुनि जन झुलावे। जैसे गीत संगीत से गायकों ने भगवान को रिझाये व अपने आराध्य के प्रति अपनी श्रद्धा निवेदित की।
इससे पूर्व मन्दिर में विशेष पूजन अर्चन व दर्शन का कार्यक्रम हुवा। झुलनउत्सव में आते सन्त महन्त व भक्तों का श्री महन्त राम नरेश शरण द्वारा स्वागत सम्मान किया गया। संगीत सन्ध्या में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गीत व संगीत प्रस्तुति पेश किए। भक्तगण अपने आराध्य को झूला झुलाकर अपना जीवन धन्य किये।
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