रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के चलते एक नवजात शिशु की मौत होने पर तीमारदारों ने अस्पताल परिसर हंगामा काटा।
मामले की सूचना पर डायल 112 व स्थानीय पुलिस दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शान्त कराने में जुट गई। परिजनों द्वारा इलाज में लापरवाही व अभद्रता का गम्भीर आरोप लगाते हुए बच्चे की मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन को बताया गया है।
मामला करनैलगंज क्षेत्र के ग्राम करुआ के मजरा कुम्हरगड्डी का है। यहां के निवासी रोहित कुमार ने अपनी पत्नी पम्मी 19 को प्रसव के लिए सीएचसी पर भर्ती कराया था। गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से परेशान होने लगी तो उसने ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि परेशान होने की बात नही है अभी बच्चा हो जायेगा।
परिजनों का आरोप है कि कुछ देर बाद परेशानी बढ़ने पर ड्यूटी पर तैनात नर्स से दिक्कत बताई गई तो नाराज होकर नर्स प्रसूता के पास पहुंची और गाली गलौज करने लगी।
आरोप यह है कि डयूटी पर तैनात नर्स सहित अन्य तीन स्टाफ द्वारा पीड़िता के पेट पर पैर से दबाव दिया। जिसके चलते नवजात बच्चे की मृत्यु हो गई।
नवजात की मौत से नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और मृत बच्चे को लेकर वहीं बैठ गये, अस्पताल के विरुद्ध आक्रोश जताने लगे।
परिजनो ने स्टाफ पर रिश्ववत लेने का भी आरोप लगाया है। मामले की तहरीर भी परिजनों द्वारा दी गई है।
कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह बताते हैं कि सूचना मिलने के बाद नवजात बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।
उधर सीएचसी अधीक्षक डॉ.सुरेश चंद्रा ने अस्पताल प्रशासन पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि अस्पताल प्रशासन की कोई लापरवाही नहीं है।
रात्रि में स्टाफ नर्स संध्या गुप्ता तथा विजेता की ड्यूटी थी। सुबह करीब 8 बजे पैदा हुआ। बच्चे को सांस में दिक्कत हो रही थी। बच्चे को जिला अस्पताल ले जाने के लिये रेफर किया गया था। मगर परिजन उसे एक नर्सिगहोम लेकर चले गये जहां बच्चे की हालत बिगड़ गई और मौत हो गई।
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