रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। नगर के श्री भैरवनाथ मंदिर के निकट बालकृष्ण ग्राउंड में साप्ताहिक कबीर सत्संग में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है।
जिसमें सदगुरु कबीर की वाणी सुनने के लिए कई जिलों से श्रद्धालु कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं तथा सत्संग के साथ साथ प्रतिदिन भंडारे में प्रसाद भी ग्रहण कर रहे हैं।
एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य प्रवक्ता संत गुरु भूषण साहेब ने बुधवार की रात्रि आयोजित सत्संग में कहा कि सद्गुरु अभिलाष साहब की रचना जीवन क्या है, इसकी महत्ता को बताया गया।
गुरु भूषण साहब ने कहा कि मनुष्य अपने में बदलाव ला सकता है इसके लिए प्रबल संकल्प शक्ति की आवश्यकता है और उसके औजार हैं मन, वाणी, इंद्रियां इस पर नियंत्रण करके आत्मा और शरीर के संगम का नाम जीवन है।
दोनों के सहयोग से मन निर्मित होता है वह न तो शरीर है न आत्मा, शरीर प्रवर्तनीय है आत्मा अपरिवर्तनीय है। ज्ञान के माध्यम से मन व जीवन बदल सकता है।
कबीर साहब ने कहा है ज्ञान गुरु मन चेला पर सत्संग का मुख्य उद्देश्य रहा। इसके अलावा ध्यान और साधना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ध्यान है मन की साधना या जीवन की तरह जो सुखी आनंदमय जीवन के लिए अति आवश्यक है।
जो सब जगह और सब समय हो सकती है। गुरु अभिलाष साहब का कहना है कि सावधानी ही साधना है इसलिए लोगों को जागरूकता की आवश्यकता है। साधना भजन और सहज भाव से की जाए तो सार्थक होती है।
कार्यक्रम में प्रवचन सुनने के लिए दूरदराज क्षेत्रों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है और सत्संग के साथ-साथ भंडारे का आयोजन भी होता है। जिसमें सभी श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करके जाते हैं।
इस मौके पर आयोजक अरुण कुमार वैश्य, हरि कुमार वैश्य, अशोक सिंघानिया, प्रकाश जयसवाल, संतोष जायसवाल, समीर गुप्ता, मुकेश सोनी, मोहित पांडेय, घनश्याम तिवारी, शिवनंदन वैश्य, पप्पू रस्तोगी, राजू रस्तोगी, उमेश चंद्र मिश्रा, आशीष शुक्ला सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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