राकेश श्रीवास्तव
मनकापुर (गोंडा) 300 मनकापुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में इस बार भी चुनाव बहुत ही रोचक होने जा रहा है । इस चुनावी समर में मनकापुर राज घराने का वर्चस्व कायम रहने की पूरी संभावना है यहां चुनावी लड़ाई भाजपा व सपा के बीच सिमटना तय माना जा रहा है ।
मनकापुर राज घराने का आशीर्वाद व सहयोग जिस प्रत्याशी को मिलता है सफलता उसी का कदम चूमती है मनकापुर विधानसभा की चुनाव इतिहास इस बात का गवाह है इस बार मनकापुर राजघराने का तिलिस्म कायम रहेगा या नहीं या भविष्य तय करेगा ।
मनकापुर सुरक्षित विधानसभा सीट 300 पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने पुराने चेहरे कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री पर भरोसा जताया है और उन्हें पुनः चुनावी समर में उतार दिया है जबकि समाजवादी पार्टी ने बसपा छोड़कर सपा में आए रमेश कुमार गौतम को अपना प्रत्याशी बनाया है, वही बहुजन समाज पार्टी ने इस बार श्याम नारायण को अपना प्रत्याशी चुना है।
बताते चलें कि विधानसभा क्षेत्र मनकापुर सुरक्षित सीट पर 8 बार कांग्रेस पार्टी का परचम लहरा चुका है एक बार निर्दलीय व स्वतंत्र पार्टी से राजा राघवेंद्र प्रताप सिंह ने यहां फतह हासिल की थी । वर्ष 1976 के चुनाव में पहली बार यह सीट सुरक्षित घोषित की गई , तब राम गरीब को यहां से कांग्रेश पार्टी के चुनाव चिन्ह पर जीत हासिल हुई ।
इसके बाद के चुनाव में कांग्रेस से गंगा प्रसाद फिर छेदीलाल चुनाव फतेह करने में कामयाब रहे । 1985 में कांग्रेस पार्टी ने मनकापुर सुरक्षित सीट पर राम विशुन आजाद को युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग पर टिकट दिया ।
1989 में फिर राम विशन आजाद चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे ।लेकिन यह कामयाबी स्वयं या पार्टी के सिंबल पर नहीं बल्कि लगातार मनकापुर राजघराने के आशीर्वाद ने कामयाबी के शिखर पर पहुंचाया ।
वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी के आगे राम लहर के चलते मनकापुर राजघराने की भी नहीं चल सकी । यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी छेदीलाल विधायक चुने गए। लेकिन 1993 में कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर राम विशुन आजाद को मनकापुर राजघराने के आशीर्वाद से विजई रहे ।
1996 में राजा आनंद सिंह कांग्रेस पार्टी को छोड़कर सपा में शामिल हो गए और राम विशुन आजाद को सपा से टिकट दिला कर जिताने में सफल रहे है ।2002 के चुनाव में भी राज घराने के आशीर्वाद से विधायक चुने जाते रहे । वर्ष 2012 के पूर्व राम विशन आजाद व मनकापुर राजघराने के बीच दरार आ गई ।
इसके चलते विधायक रहते हुए भी राम विशुन आजाद की राजनीति अर्श से फर्श पर पहुंच गई ।जिसके चलते समाजवादी पार्टी ने राजा आनंद सिंह के सहयोग से बाबूलाल कोरी को टिकट देकर विजयी बनाया और बाबूलाल विधानसभा की चौखट पार करने में कामयाब रहे ।
इसके बाद प्रदेश में बढ़ती भारतीय जनता पार्टी के जनाधार को भापकर मनकापुर राजघराने के कुंवर कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और वे गोंडा सीट से सांसद चुने गए।
वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में दलित नेता रमापति शास्त्री मनकापुर सीट पर राज घराने के सहयोग से विजई घोषित हुए ।हालांकि रमापति शास्त्री तब से लगातार प्रदेश सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री पद का दायित्व निभा चुके हैं ।और एक बार फिर सबका साथ सबका विकास के नारों के साथ चुनावी मैदान में रमापति शास्त्री डट गए हैं।
भाजपा प्रत्यासी रमापति शास्त्री के पक्ष में केसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह व सांसद कीर्ति वर्धन सिंह का आशीर्वाद प्राप्त है ।
वही समाज वादी पार्टी ने पूर्व विधायक व पिछले चुनाव में रनर रहे रमेश कुमार गौतम को अपना प्रत्याशी बनाया है । और वह चुनाव मैदान में डट गए हैं । भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी दोनों दल प्रचार-प्रसार में एक दूसरे को मात दे रहे हैं।
मनकापुर सुरक्षित विधानसभा सीट पर वर्ष 2017 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रहे रमेश गौतम को दूसरा स्थान हासिल हुआ था । इस बार बहुजन समाज पार्टी ने श्याम नारायण नाम के नए चेहरे को मैदान में उतारा है।
अब देखना है कि किस पार्टी का उम्मीदवार किस स्थान में पहुंचने पर कामयाब हो जाता है। वैसे फिलहाल मनकापुर राजघराने का आशीर्वाद जिस प्रत्याशी के पक्ष में गया निश्चित विजयश्री उसे मिलेगी। इसकी पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
राजनैतिक विश्लेषक बताते हैं कि मनकापुर राज परिवार के पास तकरीबन 50,000 से अधिक उनके व्यक्तिगत वोट हैं राज परिवार किसी भी पार्टी में रहे यहां के मतदाता राज परिवार की इच्छा अनुसार उनके प्रत्याशी के पक्ष में ही मतदान करते हैं ।
तमाम मतदाताओं का मानना है कि कामयाबी उसी दल को मिलेगी जिस पर मनकापुर राजघराने का हाथ और आशीर्वाद रहेगा।
अब यह भविष्य तय करेगा कि मनकापुर राजघराने का आशीर्वाद लेने में कौन कामयाब होता है । और मनकापुर राजघराने का तिलिस्म कायम रहता है यह भविष्य के गर्भ में है।
मतदाता और मतदान केंद्र
मनकापुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में कुल 33 1550 मतदाताओं में से 1775 58 पुरुष मतदाता व 1539 92 महिला मतदाता है मनकापुर विधानसभा क्षेत्र की कुल 384 पोलिंग बूथों में से मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के 31 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं उप जिला निर्वाचन अधिकारी /उप जिला अधिकारी मनकापुर कीर्ति प्रकाश भारती ने बताया कि अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की जाएगी उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्ष ,शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो सके। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं ।
मनकापुर सुरक्षित विधानसभा सीट पर कब कौन बना विधायक
- राघवेंद्र प्रताप सिंह निर्दलीय-1957
- राघवेंद्र प्रताप सिंह स्वतंत्रपार्टी1962
- कुंवर आनंद सिंह कॉन्ग्रेस- 1967
- कुंवर आनंद सिंह कांग्रेस - 1969
- राम गरीब कांग्रेस- 1974
- गंगा प्रसाद कांग्रेश- 1977
- छेदीलाल कांग्रेश- 1980
- राम विशन आजाद कांग्रेश - 1985
- राम विशुन आजाद कांग्रेश- 1989
- छेदीलाल भाजपा- 1991
- राम विशुन आजाद कॉन्ग्रेस- 1993
- राम विसुन आजाद सपा- 1996
- राम विशुन आजाद सपा- 2002
- राम विशुन आजाद सपा- 2007
- बाबू लाल कोरी सपा- 2012
- रमापति शास्त्री भाजपा- 2017

एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ