रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। समेकित शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन व नामांकन के लिए नोडल शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ।
प्रशिक्षण में तकनीकी जानकारी प्रेरक फिल्मों व वीडियो क्लिप का प्रोजेक्टर से अवलोकन कराया गया।
प्रशिक्षण में 40 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। दिव्यांग बच्चों के मुख्य धारा में समावेशन के लिए समर्थ ऐप के बारे में जानकारी दी गई।
बिना दिव्यांग बच्चों के मुख्य धारा में प्रवेश कराए प्राथमिक शिक्षा का सर्वभौमीकरण असंभव है। इसलिए यह कार्यक्रम कराया जा रहा है।
कंपोजिट विद्यालय कटरा बाजार में समेकित शिक्षा के अंतर्गत 40 नोडल शिक्षको का एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का शुभारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण में प्रथम चक्र में विकासखंड के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के चयनित 40 नोडल शिक्षकों की कार्यशाला आज संपन्न हुई। चयनित 42 नोडल शिक्षकों की कार्यशाला 22 मार्च को होगी।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय औसत के अनुसार लगभग 2 प्रतिशत दिव्यांग हैं।
मगर सर्वे में ये बच्चे छूट जाते हैं और जब तक सभी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा नहीं जायेगा। प्राथमिक शिक्षा का सार्वजनीकरण संभव नहीं है। प्रशिक्षक ओमप्रकाश सिंह ने 22 प्रकार की दिव्यांगता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षक शिव प्रसाद यादव ने समर्थ ऐप व होमबेस्ड एजुकेशन के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षक विशेष शिक्षक ने दिव्यांग बच्चों को प्राप्त होने वाली सुविधाओं व प्रमाण पत्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
न्याय पंचायत पूरे बहोरी व न्यायपंचायत जगदीशपुर बल्दी के विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण भी संपन्न हुआ।
22मार्च को न्याय पंचायत कटुवा नाला, वीरपुर व विरवा न्याय पंचायत के प्रबंध समितियों का प्रशिक्षण होगा तथा बीआरसी पर संचालित 4 दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण के तीसरे चक्र का समापन होगा।
जिसमे 115 शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं। 22 मार्च से परिषदीय विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं प्रारंभ होंगी जिसके प्रश्नपत्र मुख्य संकुल शिक्षकों को उपलब्ध करा दिए गए हैं।

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