रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। भीषण तपिश गर्मी में अंधाधुंध बिजली कटौती से उपभोक्ता हलकान है।
जहां शहरों में 20 घंटे की बिजली के बजाय 12 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे के बजाय 6 घंटे बिजली मिलना मुहाल हो रहा है।
जबरदस्त बिजली किल्लत से क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान हैं। एक तरफ तपिश और भीषण गर्मी के चलते लोग कूलर पंखे का सहारा ले रहे हैं।
वहीं बिजली आपूर्ति में भीषण कटौती के चलते बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा चुकी है।
प्रदेश सरकार द्वारा शहरों में 20 घंटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश जारी किया गया था।
दो दिन पूर्व तक बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर थी, मगर दो दिनों से चल रही भीषण कटौती, रोस्टिंग, ट्रिपिंग के चलते उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पा रही है।
शहरी क्षेत्र में 20 घंटे के बजाय कुल मिलाकर 12 घंटे भी बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में 6 घंटे से 8 घंटे की बिजली आपूर्ति की जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्र के भंभुआ उपकेंद्र की हालत खस्ता है यहां 6 घण्टे की आपूर्ति होती है। रात में हो रही बिजली कटौती और दिन में कई कई घंटों तक एक साथ कटौती लोगों के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है।
उधर बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी इस बारे में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
करनैलगंज के एसडीओ एसके वर्मा कहते हैं कि कटौती रोस्टिंग करनैलगंज पावर हाउस से नहीं बल्कि ऊपर से की जा रही है।
जो भी बिजली उप केंद्र तक आती है वह सप्लाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिजली व्यवस्था मैं सुधार कराया जा रहा है।