मनीपुर मे हो रही भागवत कथा में उमड़े श्रद्धालु
रवि कांत द्विवेदी
लालगंज प्रतापगढ़। नगर पंचायत के मनीपुर में हो रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी दिखी। कथाव्यास राजगुरू पं. सर्वेशपति तिवारी ने कहा कि भगवान की कथा का श्रवण का साधन सत्संग की पवित्रता मे है।
उन्होनें कहा कि सत्संग में मनुष्य को धर्म पथ पर अग्रसर बने रहने का मार्ग प्रशस्त हुआ करता है। कथाव्यास पं. सर्वेशपति तिवारी ने कहा कि भागवत कथा का सार यही है कि जीवन को सुचिता तथा भगवान के प्रति निर्मलता के साथ समर्पित करना चाहिये।
उन्होनें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जगत के कल्याण के लिए अधर्म का विध्वंस कराया। उन्होने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की मर्यादा नीति तथा सत्य का साक्षात् दर्पण है।
कथाव्यास ने श्रद्धालुओं से कहा कि पुण्य को अर्जित करने और पाप से छुटकारा पाने के लिए जीवन की दैनिक व्यस्तताओं के बीच भी भगवान का सद्स्मरण करते रहना चाहिये।
उन्होनें कहा कि परमात्मा की प्राप्ति का एक मात्र साधन भगवान के प्रति निर्मल मन से समर्पित होना है। कथा के दौरान राजगुरू के आध्यात्मिक भजनों को संगीतदल ने धुनि देते हुए श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
कथा के संयोजक समाजसेवी पं. गिरीश कुमार मिश्र एवं कमला देवी ने राजगुरू का वैदिक श्रीअभिषेक किया। सह संयोजक पं. माताफेर मिश्र ने श्रद्धालुुओं का मांगलिक टीकाकरण किया। अधिवक्ता करूणाशंकर मिश्र एवं हरिशंकर मिश्र, अशोक तथा अनिल कथा विश्राम बेला में महाप्रसाद वितरण के प्रबंधन में सक्रिय दिखे।
कथा श्रवण के दौरान डा. राजकुमार पाण्डेय, विशालमूर्ति मिश्र, डा. राजेन्द्र मिश्र, डा. ज्ञानेन्द्र नाथ त्रिपाठी, प्रो. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल, अनिल त्रिपाठी महेश, भानु प्रताप सिंह, जमुना तिवारी, देवी प्रसाद मिश्र, केशवराम ओझा, छोटे लाल सरोज, मुन्ना तिवारी, विनोद मिश्र, दिवाकर नाथ शुक्ल, सालिक तिवारी आदि मौजूद रहे।



एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ