अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज मे गुरु पूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । गुरु पूर्णिमा के अवसर पर छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया । प्रबंध निदेशक डॉक्टर एमपी तिवारी ने बच्चों को गुरु पूर्णिमा पर्व की विस्तार से जानकारी दी ।
13 जुलाई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘गुरू पूर्णिमा‘ पर्व मनाया गया । गुरू पूर्णिमा पर्व के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें बच्चों को बताया कि हमारे देश में गुरूओं का बहुत सम्मान किया जाता है। क्योंकि एक गुरू ही है जो अपने शिष्य को गलत मार्ग से हटाकर सही रास्ते पर लाता है। इस दिन इस पर्व को मनाने के पीछे का एक कारण ये भी माना जाता है कि इस दिन महान गुरू महर्षि वेदव्यास जिन्होनें ब्रह्मासूत्र, महाभारत, श्रीमद्भागवत और अठ्ारह पुराण जैसे अद्भुत साहित्यों की रचना की एवं इसी दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म भी हुआ था। शास्त्रों मे आषाढ़ी पूर्णिमा को वेदव्यास का जन्म समय माना जाता है। इसलिए आषाढ़ पूर्णिमा के दिन गुरू पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। गुरू के बिना एक शिष्य के जीवन का कोई अर्थ नहीं है। रामायणकाल से लेकर महाभारतकाल तक गुरू का स्थान सबसे महत्वपूर्ण और सर्वोच्च रहा है। गुरू की महत्ता को देखते हुए ही महान संत कबीरदास जी ने लिखा है-‘गुरू गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाये, बलिहारी गुरू आपे गोविंद दियो मिलाये‘। यानि एक गुरू का स्थान भगवान से भी कई गुना ज्यादा बड़ा होता है। इस दिन सभी शिष्य अपने-अपने गुरूओं का आशीर्वाद लेतें हैं और उन्होंने अब तक जो कुछ भी दिया है उसके लिए धन्यवाद करते है। गुरू पूर्णिमा‘ पर्व के अवसर पर विद्यालय में कला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में आकर्ष श्रीवास्तव, मानविक श्रीवास्तव, तनय श्रीवास्तव, श्लोक मिश्रा, विराट श्रीवास्तव, वर्णित श्रीवास्तव, रत्नप्रिया, आर्यन प्रताप सिंह, अवन्तिका चौधरी, अनन्या, सिद्धी, शिवांस, आराध्या श्रीवास्तव, मानविक श्रीवास्तव, तनमय श्रीवास्तव, सुधांशु कशौंधन, देवांश गुप्ता, जान्हवी यादव, नित्या शुक्ला, रिया गोस्वामी, सांझ श्रीवास्तव, आर्दश श्रीवास्तव, अनन्या श्रीवास्तव, शिव सौर्य, प्राकेत सिंह, अंश मिश्रा, अंश पाण्डेय, गरिमा चौधरी, युग मौर्या, यशी पाण्डेय, मान्या श्रीवास्तव, आकृति श्रीवास्तव, अनुकृति श्रीवास्तव, अंशिका श्रीवास्तव एवं माशू श्रीवास्तव ने गुरू पूर्णिमा के महत्व को बताया। कला प्रतियोगिता में में फैजा खान, फरहत फातिमा, अंश मिश्रा एवं शबा फिरदौस नें अपने कला का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गुरू वन्दना गौरी शुक्ला, तनय श्रीवास्तव, श्रद्धा यादव, जान्हवी पाण्डेय, प्रांजल सिंह, वीरा जायसवाल एवं आराध्या पाण्डेय ने मिलकर प्रस्तुत किया एवं गुरू ब्रह्मा नामक श्लोक पर आराध्या, सबा फिरदौस, आशिता तिवारी, नाव्या मिश्रा एवं आस्था तिवारी नें बहुत ही मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करके गुरू की महिमा का वर्णन किया। साथ ही इस अवसर पर सभी अध्यापक अध्यापिकाओं का छात्र-छात्राओं ने उनका सम्मान करते हुए आरती की थाल सजाकर उनकी आरती उतारी। अंत में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने गुरू के महिमा के बारे में वर्णन किया तथा छात्र-छात्राओं को बताया कि हमें अपने गुरू का सदैव आदर व सम्मान करना चाहिए एवं उनके बताये हुए रास्तों पर चलना चाहिए। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, श्री राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज) सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाएँ उपस्थित रहे।
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