शोपीस बनकर रह गए बैंक के सीसीटीवी कैमरे
ग्राहक ने बैंक कर्मचारियों की कार्यशैली पर लगाया सवालिया निशान
आयुष मौर्य
धौरहरा-लखीमपुरखीरी:धौरहरा क्षेत्र के ब्लॉक ईसानगर की ग्राम पंचायत अंधपुर निवासी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग के 48,000 रुपये उस समय रहस्यमय तरीके से गायब हो गए जब वह बैंक के कैश काउंटर से पैसे लेकर बैंक गेट पर निकल रहा था।
जिसकी जानकारी होने के बाद बुजुर्ग ने रुपये गायब होने की जानकारी जब बैंक को दी तो वहां जिम्मेदारों ने सीसीटीवी कैमरे बन्द होने की बात कहकर उसे टरका दिया।
जिससे परेशान बुजुर्ग घर जाकर रुपये गायब होने की जानकारी परिजनों को देने के बाद पुलिस को अवगत कराकर गायब हुए रुपयों का पता लगाने की गुहार लगाई है।
धौरहरा क्षेत्र के ब्लॉक ईसानगर की ग्राम पंचायत अंधपुर निवासी 70 वर्षीय जय प्रकाश पुत्र रामचंद्र पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि वह सोमवार को क़स्बा खमरिया में स्थित आर्याब्रत बैंक में जाकर करीब 2 बजे अपने खाते से 48,000 रुपये निकालकर जेब मे रखकर जैसे ही बैंक गेट के बाहर निकला उसी दौरान किसी ने उसके रुपये जेब से पार कर लिए।
जिसकी जानकारी होने पर वह तुरंत बैंक कर्मचारियों को सूचना देकर सीसीटीवी कैमरों में चेक कर रुपये निकालने वाले का पता लगाने को कहा,जिसकी बात को गंभीरता से न लेकर बैंक कर्मचारियों ने बैंक में कैमरे बन्द होने की बात कह उसे टरका दिया।
बैंक कर्मचारियों द्वारा टरकाए जाने के बाद पीड़ित ने पुलिस से मांगी मदद
कस्बा खमरिया में स्थित आर्याब्रत बैंक की शाखा में गेट पार करते समय 48,000 रुपये गवाने के बाद पीड़ित जय प्रकाश ने बैंक कर्मचारियों द्वारा टरकाए जाने के बाद मंगलवार को परिजनों के साथ खमरिया पुलिस के पास पहुचकर घटित घटना के बारे में पुलिस को अवगत कराकर मदद की गुहार लगाई है।
जिसको गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामले की पीड़ित से पूर्णतया जानकारी लेकर जांच शुरू कर दी है।
बुजुर्ग ने बैंक कर्मचारियों की कार्यशैली पर लगाया सवालिया निशान
मंगलवार को पुलिस को घटना से अवगत कराने के बाद पीड़ित जयप्रकाश ने बताया कि उसकी जेब से रुपये निकाले जाने के पहले बैंक में कैश काउंटर पर बैठे एक बैंक कर्मचारी ने विड्राल में 48000 रुपये लिखे होने की बात तेज आवाज में कई बार कहकर उससे कितने रुपये लेना है पूछी थी, जो बैंक के अंदर समेत गेट पर तक मौजूद लोगों को सुनाई दे रहा था।
जिसके चलते लोगों को यह पता चल गया था, कि वह बैंक से कितनी रकम लेकर निकल रहा है। बैंक कर्मचारी की इस कार्यशैली के कारण ही उसके रुपयों पर किसी ने हांथ साफ कर दिया।
इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी संवेदनशील बैंक के सीसीटीवी कैमरे भी बन्द है। अगर कैमरे चालू होते तो रुपयों पर हांथ साफ करने वाले का आसानी से पता लगाया जा सकता था।



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