गौरव तिवारी
प्रतापगढ़: प्रयागराज-अयोध्या रोड पर भैंरोपुर (अजीतनगर) स्थित रामलीला मैदान पर विगत कई वर्षों से मीट,मछली,मुर्गा बेचने वालों ने अतिक्रमण कर रखा था।
आपको बता कि इस रामलीला मैदान पर सेना का स्वामित्व है।सेना की ओर से कई बार इन मीट कारोबारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दी गई किंतु इन दुकानदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।
सेना के जवानों ने लाठीचार्ज कर सभी को भगा दिया तथा गुमटियों और बदबूदार कूड़ों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इन दुकानों की वजह से यंहा पर गंदगी का साम्राज्य हो गया था।
इस रोड पर गुजरते समय लोगों को भयंकर बदबू का सामना करना पड़ता था। कई बार इसके विरोध में आवाजें भी उठी किन्तु इन दुकानदारों पर कोई असर नहीं हुआ।
जबकि इसी मैदान में जिले का ऐतिहासिक रावण दहन व दशहरा मेला प्रतिवर्ष आयोजित होता है।
चार वर्ष पूर्व श्रीराम लीला समिति के तत्कालीन मंत्री रहे सुनील सिंह ने इसके खिलाफ जोरदार एक्शन लिया था।उस समय लगभग साल भर दुकानें नहीं लग सकी थी।
किंतु सन् 2018 में मंत्री सुनील सिंह के निधन हो जाने के बाद यंहा खुले में मीट कटने का कारोबार फिर आबाद होने लगा और धीरे धीरे इसने एक मार्केट का रुप धारण कर लिया।सेना ने पूरी तरह एक्शन लेते हुए इस बदबूदार अतिक्रमण को आग के हवाले कर दिया।
जिससे रामलीला मैदान के आसपास हड़कंप मचा रहा।



एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ